बच्चों को खेलते-कूदते समय चोट लगना आम बात है लेकिन कई वार बच्चों के साथ-साथ रोजमर्रा के काम-काज करते समय घर के बड़ो को भी चोट लग जाती है और खरोचें या घाव बन जाते हैं। यदि चोट बडी है तब अस्पताल जाना बेहद जरूरी हो जाता है लेकिन अकसर घर के काम-काज करते समय, खाना बनाते समय, खेलते समय छोटी-मोटी चोटें लग जातीं हैं। जिसके लिए अस्पताल जाना तो जरूरी नहीं समझा जाता है लेकिन दर्द असहनीय हो जाता है ऐसे दर्द, घाव या खरोचों को नेचुरल और घरेलू उपायों से ठीक किया जा सक्ता है।
छिलने, कटने के घावों को ऐसे करें ठीक
शहद का करें इस्तेमाल- यदि आपको चोट लगी है या घाव बन गया है तो आप उस पर शहद लगाएं और कुछ समय के लिए ऐसे ही छोड दें और कुछ समय बाद आप उसे धोलें या कपडे से उसे साफ कर लें, आप का घाव ठीक होने लगेगा।
हल्दी का करें इस्तेमाल- हल्दी सभी के घरों में होती यह खाने में स्वाद तो लाती ही है इसके साथ ही चोट को भी ठीक करने का काम करती है। हल्दी में एंटीबायोटिक, एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। जो किसी भी तरह के इन्फेक्शन को फेलने से रोकती है। पहले के जमाने में जब चोट लगती थी तो हल्दी से ही ठीक की जाती थी। हल्दी सिर्फ चोट को ही ठीक नहीं करती है। बल्कि हल्दी वाला दूध पीने से शरीर में कई सारे लाभ होते हैं।
एलोवेरा जेल का करें इस्तेमाल- एलोवेरा त्वचा संबधी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है। एलोवेरा में एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लेमेटरी जैसे कई गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो त्वचा की जलन और फफोलों को आने से रोकता है। यदि कहीं जल गया है तो एलोवेरा जेल लगाने से तुरंत ठंडक पहुंचती है और फफोले आने की संभवना भी कम हो जाती है।
नारियल के तेल का करें इस्तेमाल- नारियल के तेल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइन्फ्लेमेटरी के गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो बालों के लिए तो फायदेमंद है ही उसके साथ-साथ जलने, कटने या छिलने जैसी समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है और घाव को भर देता है नारियल के तेल में लॉरिक एसिड भी पाया जाता है जो बैक्टीरिया को कम करने में प्रभावी है।
by Shalini Chourasiya