आरबीआई ने शुक्रवार को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को यूपीआई के लिए थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर बनने की पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन लिमिटेड की रिक्वेस्ट की जांच करने को कहा है। नॉर्म्स के अनुसार, थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर के यूपीआई चैनल बनने से पेटीएम ऐप के यूपीआई ऑपरेशन पहले की तरह ही जारी रहेंगे। वहीं इस बीच एक्सिस बैंक के बाद एचडीएफसी बैंक और यस बैंक ने भी पेटीएम यूपीआई बिजनेस के थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर बनने के लिए एनपीसीआई के पास आवेदन किया है।
आरबीआई ने नोटिफिकेशन में कहा कि थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर द्वारा तब तक कोई नया यूजर नहीं जोड़ा जाएगा, जब तक कि ‘@पेटीएम ‘ हैंडल के सभी मौजूदा यूजर्स ठीक से एक नए हैंडल पर ट्रांसफर नहीं हो जाते। थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर लाइसेंस यह सुनिश्चित करेगा कि पेटीएम यूजर्स यूपीआई के माध्यम से डिजिटल पेमेंट करना जारी रख सकें।
अप्रूवल के बाद पेटीएम भी थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर के रूप में काम करेगा
गूगलपे, अमेजनपे, क्रेड और फोनपे जैसे यूपीआई ऐप्स की एक्सिस बैंक समेत अन्य के साथ पार्टनरशिप है। पेमेंट फेलियर और ट्रांजैक्शन स्पीड से जुड़े रिस्क को ध्यान में रखते हुए ये ऐप्स एक से ज्यादा बैंकों के साथ पार्टनरशिप करते हैं। एनपीसीएल के अप्रूवल के बाद पेटीएम भी अपने कॉम्पिटिटर्स की तरह थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर के रूप में काम करेगा। गूगलपे, फोनपे जैसे ऐप्स की भी बैंकों से पार्टनरशिप : फोनपे, गूगलपे जैसे यूपीआई ऐप भी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर है। इनकी यूपीआई सर्विस के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंक्स के साथ पार्टनरशिप है। हालांकि, पेटीएम की को अभी तक बैंक पार्टनरशिप की जरूरत नहीं थी क्योंकि पीपीबीएल खुद एक बैंक है।