इस समय ज्यादातर जगहों पर 4जी और 5जी सर्विसेज चल रही हैं। 2जी और 3जी नेटवर्क को बंद करने को लेकर कई कंपनियां मांग उठा रही हैं। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने केंद्र सरकार से गुजारिश की थी कि इन सर्विसेज को बंद कर दिया जाए। साथ ही सभी टेलीकॉम ग्राहकों को 4जी-5जी नेटवर्क पर शिफ्ट करने की मांग की थी। इन मांगों को लेकर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशंस की ओर सरकार का अपडेट आया है।
टेलीकॉम ऑपरेटर्स को लेना होगा फैसला
टेलीकॉम डिपार्टमेंट देश में 2जी नेटवर्क को बंद करने के मामले में दखलंदाजी नहीं करना चाहता। इसी के चलते रिलायंस जियो की इस मांग को नकार दिया है। डीओटी का कहना है कि ये एक कमर्शियल फैसला है। इसको टेलीकॉम ऑपरेटर्स को लेना है। टेलीकॉम विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि सरकार ऐसे मामलों में दखल नहीं देना चाहती है। मालूम हो कि 2जी नेटवर्क 1992 में तो थ्रीजी 2001, 4जी 2009 और 5जी नेटवर्क 2019 में आया।
देश में है 5 करोड़ 2जी के यूजर
जानकारी के अनुसार देश में बड़ी संख्या में लोग अभी भी 2जी का इस्तेमाल कर रहे हैं। खासकर वो लोग जो स्मार्टफोन नहीं खरीद सकते वे 2जी-3थ्री नेटवर्क ही यूज करते हैं। टेलीकॉम इंडस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक एक साल में 5 करोड़ से ज्यादा 2जी मोबाइल फोन बेचे जाते हैं।
6जी नेटवर्क लाने की देश में चल रही तैयारियां
भारत में 6जी नेटवर्क लेकर आने की भी तैयारियां पिछले साल से ही शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में 2जी-3जी टेक्नोलॉजी को जारी रखना कितना तर्कसंगत है। देश में विशाल जनसंख्या ऐसी है, जो 2जी और 3जी नेटवर्क इस्तेमाल करती है। देश में साल 1992 में 2जी नेटवर्क आया था। इसे आए हुए 32 साल हो गए हैं। भारत में लगभग 25-30 करोड़ 2जी ग्राहक हैं।