कुछ दिन पहले Twitter के मालिक एलन मस्क ने ट्विटर के चिड़िया वाले ब्लू लोगो को बदल कर डॉग कर दिया था। जिसके बाद डॉजकॉइन की कीमत में बड़ा उछाल आया। लेकिन बीते दिन Elon Musk ने फिर से ट्विटर लोगो को पुराने रूप में वापस ला दिया। ट्विटर पर वही ब्लू पक्षी का लोगो दिखाई देने लगा और Dogecoin की कीमत में 10 प्रतिशत की गिरावट आ गई। इसके बाद ऐसे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा जिन्होंने कीमत बढ़ने के बाद डॉजकॉइन को क्रय किया था।
7 अप्रैल को 10 प्रतिशत की गिरावट के बाद डॉजकॉइन की कीमत 0.080 डॉलर (लगभग 6.75 रुपये) पर चल रही। जबकि 4 अप्रैल को इसकी कीमत 0.095 डॉलर (लगभग 7.81 रुपये) पर थी। उस दिन इसकी कीमत में 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखी गई थी। वहीं, 8 अप्रैल को खबर लिखे जाने के समय पर भारत में डॉजकॉइन की कीमत 6.83 रुपये पर चल रही थी। इसकी कीमत में आज भी 1.98 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
हमेशा की तरह क्रिप्टोकरेंसी कम्युनिटी में मस्क का यह कदम आलोचना का विषय बना हुआ है। निवेशकों का कहना है कि एलन मस्क अपने प्रभाव के कारण क्रिप्टो प्राइसेज के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं। डॉजकॉइन को एक मजाक के तौर पर 2013 में लॉन्च किया गया था। इसका लोगो शिबा इनु कुत्ते को लेकर बनाया गया है जो कि एलन मस्क के डॉग की नस्ल भी है। डॉजकॉइन का अब तक उच्चतम स्तर 0.682 डॉलर (लगभग 55 रुपये) रिकॉर्ड किया गया है जो कि इस कॉइन ने 8 मई 2021 को छुआ था।
GlobalData की रिपोर्ट कहती है कि 6 मई 2015 को इसकी कीमत 0.0000869 डॉलर (लगभग 0.0071 रुपये) तक गिर गई थी। वहीं, कॉइन को प्रभावित करने वाले अरबपति एलन मस्क का मानना है कि बिटक्वाइन के मुकाबले Dogecoin रोजमर्रा के इस्तेमाल में ज्यादा बेहतर है। उन्होंने इसे ‘लोगों की क्रिप्टो’ भी कहा है। 3 अप्रैल को उन्होंने ट्विटर का पुराना लोगो हटाकर उसकी जगह डॉजकॉइन लोगो लगा दिया था। इससे डॉजकॉइन प्राइस में तेजी से उछाल आया। लेकिन ट्विटर से अब लोगो हटाने के बाद इसकी कीमत फिर से नीचे आने लगी है।