अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट की पहली कैपेसिटी का ऑपरेशन शुरू कर दिया है। गुजरात के खावड़ा में बने इस प्लांट में अभी केवल 551 मेगावाट कैपेसिटी का ऑपरेशन शुरू किया गया है। कंपनी की ओर से आज यानी बुधवार (14 फरवरी) को दी गई इस जानकारी के बाद से अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान शेयर 4% से ज्यादा चढ़कर 1,882 रुपए पर पहुंच गया। हालांकि, कारोबार बंद होने पर इसका शेयर 2.11% की तेजी के साथ 1,853.80 रुपए पर बंद हुआ। दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट 726 स्क्वायर किलोमीटर में फैला है। इससे 30 गीगावॉट क्लीन एनर्जी जनरेट होगी और लगभग 1.8 करोड़ घरों को बिजली मिलेगी। भारत सरकार का अनुमान है कि इसकी लागत कम से कम 2.26 अरब डॉलर होगी।
दुनिया के क्लीन एनर्जी सेक्टर में कोई कॉम्पिटिटर नहीं: कंपनी ने कहा, ‘बड़े पैमाने पर रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स को डेवलप करने में प्रूवन एक्पर्टीज के साथ एक मजबूत सप्लाई चेन नेटवर्क और टेक्निकल स्किल की जरूरत होती है। एजीईएल ने इन सभी जरूरतों को पूरा कर इस रिकॉर्ड-सेटिंग गीगास्केल प्लांट को बनाया है, जिसका दुनिया के क्लीन एनर्जी सेक्टर में कोई कॉम्पिटिटर नहीं है।’ अडाणी ग्रुप की कंपनी ने कहा कि यह रीजन देश में सबसे बेस्ट विंड एंड सोलर रिसोर्सेज में से एक है, जो इसे गीगा-स्केल RE डेवलपमेंट के लिए आइडल बनाता है। कंपनी ने कहा, ‘एजीईएल ने कंप्लीट स्टडी की और प्लांट के डेवलपमेंट में तेजी लाने के लिए कई इनोवेटिव सॉल्यूशंस का इस्तेमाल किया।’
दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट की फर्स्ट कैपेसिटी शुरू : गौतम अडाणी
गौतम अडाणी ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर लिखा, ‘यह शेयर करते हुए खुशी हो रही है कि अडाणी ग्रीन ने 551 मेगावाट सोलर पावर को एक्टिव करते हुए दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट की फर्स्ट कैपेसिटी को शुरू कर दिया है। ह हमारी सस्टेनेबिलिटी के कलेक्टिव सपने का एक प्रमाण है। यह माइलस्टोन, 30 जीडब्ल्यू ग्रीन एनर्जी प्लांट की दिशा में हमारी जर्नी की शुरुआत करता है। यह ग्रीन एनर्जी की ओर ग्लोबल शिफ्ट में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है। जय हिन्द।’
बीएसई फाइलिंग में अडाणी ग्रीन एनर्जी ने कहा कि कंपनी ने खावड़ा आरई पार्क पर काम शुरू करने के 12 महीनों के अंदर ही माइलस्टोन हासिल कर लिया है। इसमें रोड और कनेक्टिविटी सहित बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर का डेवलपमेंट शामिल है। कंपनी ने कहा, ‘एजीईएल ने कच्छ के रण के चैलेंजिंग और बंजर इलाके को अपनी 8,000 वर्कफोर्स के लिए रहने योग्य वातावरण में बदल दिया। एजीईएल ने इस आरईपार्क में 30 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट को डेवलप करने का प्लान बनाया है। इस प्लान्ड कैपेसिटी के अगले पांच साल में चालू होने की उम्मीद है। प्लान पूरा होने पर खावड़ा RE पार्क दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी इंस्टॉलेशन होगा।