- अडानी ग्रुप के ईबीआईटीडीए में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। साथ ही प्रवर्तकों ने कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है।
नई दिल्ली । वित्त वर्ष 2024 में अडानी ग्रुप के ईबीआईटीडीए में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। साथ ही प्रवर्तकों ने कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है। ग्रुप की ओर से इक्विटी, डेट और रणनीतिक निवेशकों से फंड जुटाया गया है। अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक जेफरीज की रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि 2023 की शुरुआत में शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण ग्रुप के बाजार पूंजीकरण में हुई बड़ी गिरावट के बाद भी पिछले वित्त वर्ष में ग्रुप का ईबीआईटीडीए 40 प्रतिशत बढ़कर 66,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
जेफरीज के मुताबिक, अदाणी ग्रुप एक बार फिर से तेजी से विस्तार के रास्ते पर आ गया है। अगले दशक में ग्रुप की योजना 90 अरब डॉलर से ज्यादा का पूंजीगत व्यय करने की है। रिपोर्ट में बताया गया कि ग्रुप का ईबीआईटीडीए सालाना 27 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ रहा है। वहीं, ग्रुप की कंपनियों का ईबीआईटीडीए 16 से 33 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) के ईबीआईटीडीए की वृद्धि दर 29 प्रतिशत है। अडानी न्यू इंडस्ट्रीज, सोलर और एयरपोर्ट बिजनेस इसी कंपनी के तहत आता है।
अंबुजा सीमेंट के ईबीआईटीडीए में भी तेजी दर्ज की गई है। वॉल्यूम में वृद्धि के कारण अदाणी पोर्ट का ईबीआईटीडीए 24 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। 2.8 गीगावाट की क्षमता के जुड़ने और उच्च क्षमता उपयोग के कारण अदाणी ग्रीन का ईबीआईटीडीए 33 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। गुरुवार को इंडिया रेटिंग्स और रिसर्च (आईएनडी-आरए) की ओर से अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) की लंबी-अवधि की रेटिंग को अपग्रेड कर आईएनडी ए+ से आईएनडी एए- कर दिया गया। साथ ही कहा था कि कंपनी का आउटलुक स्थिर बना हुआ है।
नई लाइन के जुड़ने के कारण अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का ईबीआईटीडीए 16 प्रतिशत और लागत कम होने और 15 प्रतिशत वॉल्यूम बढ़ने के कारण अदाणी टोटल गैस का ईबीआईटीडीए 27 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। अदाणी विल्मर के ईबीआईटीए में सालाना आधार पर गिरावट हुई है। इसकी वजह तेल की कीमत में कमी आना है।
रिपोर्ट में जेफरीज के एनालिस्ट ने कहा, अदाणी एंटरप्राइजेज अपनी क्षमता को बढ़ा रही है और वित्त वर्ष 2027 तक ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन शुरू कर सकता है। वहीं, नवी मुंबई एयरपोर्ट भी वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही से शुरू हो सकता है। इसके अलावा डेटा सेंटर्स प्रोजेक्ट्स भी तेजी पकड़ रहे हैं।
अदाणी ग्रीन की ओर से 2030 क्षमता विस्तार के लक्ष्य को 45 गीगावाट से बढ़ाकर 50 गीगावाट कर दिया गया है। अदाणी पोर्ट ने 5 वर्षों के बिजनेस रोडमैप के अपने प्लान में बताया है कि कंपनी का वित्त वर्ष 24 से लेकर 29 तक 18 प्रतिशत सीएजीआर ईबीआईटीडीए का लक्ष्य रखा गया है।
अदाणी टोटल गैस नए कारोबार को बढ़ाने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। इसमें ट्रांसपोर्ट और माइनिंग सेक्टर के लिए एलएनजी स्टेशन नेटवर्क और ईवी चार्जिंग की सुविधाओं का होना है। अदाणी विल्मर का फोकस अपने वितरण चैनल का विस्तार करना है। साथ ही प्रीमियम ब्रांड मिक्स के जरिए प्रोडक्ट श्रृंखला को बढ़ाना है।