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- गणेश चतुर्थी की महाराष्ट्र में विशेष मान्यता है, इस त्यौहार को सबसे ज्यादा धूमधाम से यहीं मनाया जाता है।
- गणपति मंदिर के सामने 35,000 से ज्यादा महिलाएं एकत्रित हुईं और गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ किया।
पुणे । बुधवार को गणेश उत्सव पर्व का दूसरा दिन है। गणेश चतुर्थी से लेकर अलगे 10 दिन के लिए गणपति उत्सव शुरू हो जाते हैं, जिसकी काफी मान्यता है। इस दिन हर घर में गणपति बप्पा विराजमान होते हैं और जगह-जगह गणेश के आगमन के लिए झांकियां सजाई जाती हैं। गणेश चतुर्थी की महाराष्ट्र में विशेष मान्यता है, इस त्यौहार को सबसे ज्यादा धूमधाम से यहीं मनाया जाता है। गणेश उत्सव पर्व के दूसरे दिन पुणे में श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर के सामने 35,000 से ज्यादा महिलाएं एकत्रित हुईं और गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन मंदिर ट्रस्ट ने किया, जबकि यह आयोजन गणेश चतुर्थी समारोह के एक भाग के तौर पर है मंदिर ट्रस्ट आगे और भी कार्यक्रम करवाएगा। बता दें कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन माता पार्वती के लाल गणपति का जन्म हुआ था। उस दिन स्वाति नक्षत्र और अभिजित मुहूर्त में गणपति जन्में थे। 19 सितंबर 2023 को गणेश चतुर्थी पर भी यही संयोग बन रहा है। इस पावन अवसर पर इस साल गणेश उत्सव में भक्तों को बप्पा का विशेष आशीर्वाद मिलेगा।