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- हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला जारी है.
- पहाड़ों पर बारिश का सीधा असर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना के जलस्तर पर भी पड़ रहा है.
नई दिल्ली, हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है. रविवार से जो खतरनाक लैंडस्लाइड का सिलसिला चला वो अब तक रुका नहीं है. उत्तराखंड में भी बारिश से कई जगह भूस्खलन देखने को मिला है. साथ ही पहाड़ों पर हो रही बारिश का सीधा असर दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर पर भी पड़ रहा है. दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. अधिकारियों के मुताबिक, नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार कम हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर आज (बुधवार) सुबह 5:00 बजे 205.4 3 मीटर रिकॉर्ड किया गया तो सुबह 6:00 बजे यह घटकर 205.3 5 मीटर दर्ज किया गया. हालांकि ये वार्निंग लेवल यानी खतरे के निशान 204.50 मीटर के पार है. यमुना का डेंजर लेवल 205.33 मीटर है. दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार कम हैं. हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिनों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है और उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत में अगले 4-5 दिन तक तेज बारिश देखने को मिल सकती है. इसका सीधा असर दिल्ली में यमुना के जलस्तर पर भी देखा जा सकता है.बता दें हिमाचल प्रदेश में रविवार से जो खतरनाक लैंडस्लाइड का सिलसिला चला वो अब तक नहीं रुका है. शिमला में कई इमारतें जमींदोज हो गईं. बारिश के कारण अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, आपदा की वजह से राज्य को अब तक 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से राज्य के भीम गौड़ा बैराज एसपीआर नंबर-7 पर गंगा नदी का स्तर 292.65 मीटर पहुंच गया है.