प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो-2023 का उद्घाटन करते हुए कहा कि संग्रहालय अतीत से प्रेरणा देता है और भविष्य के प्रति कर्तव्य की भावना जगाता है। आजादी के इस अमृत काल में उन्होंने ‘पंच प्रण या पांच संकल्पों को याद करते हुए ‘अपनी विरासत पर गर्व करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में विकसित किए जाने वाले राष्ट्रीय संग्रहालय के वर्चुअल ब्लूप्रिंट को भी जारी किया। इस अवसर पर उन्होंने सिंधु सरस्वती सभ्यता की कांस्य नृत्यांगना से प्रेरित चन्नापटना शैली में पांच ऊंची खिलौने वाले आधिकारिक शुभंकर (मस्कट) का भी अनावरण किया। 47वें अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संग्रहालय अतीत से प्रेरणा देता है और भविष्य के प्रति कर्तव्य की भावना भी जगाता है। उन्होंने कहा कि आज की थीम ‘सस्टेनेबिलिटी एंड वेलबींग दुनिया की प्राथमिकताओं पर प्रकाश डालती है और इस आयोजन को अधिक प्रासंगिक बनाती है।
आजादी के अमृत काल में ‘पंच प्रण या पांच संकल्पों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने ‘अपनी विरासत पर गर्व करनेÓ पर जोर दिया। उन्होंने रेखांकित किया कि देश का एक नया सांस्कृतिक ढांचा विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार हर राज्य और समाज के वर्ग की विरासत के साथ-साथ स्थानीय और ग्रामीण संग्रहालयों के संरक्षण के लिए विशेष अभियान चला रही है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समुदायों के योगदान को अमर बनाने के लिए दस विशेष संग्रहालयों का विकास किया जा रहा है, जो जनजातीय विविधता की एक झलक प्रदान करने के लिए दुनिया की सबसे अनूठी पहल में से एक होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कोई देश अपनी विरासत का संरक्षण करना शुरू करता है तो वह अन्य देशों के साथ निकटता को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा, हमारी विरासत विश्व एकता की अग्रदूत बन जाती है