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- इस्कॉन की तरफ से आयोजित इस यात्रा में एक रथ हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया जिसकी वजह से रथ में आग लग गई।
- मृत व्यक्ति के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने कुमारघाट में आयोजित रथ यात्रा के आयोजकों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की।
अगरतला । त्रिपुरा में उनाकोटि जिले के कुमारघाट में भगवान जगन्नाथ के ‘उल्टा रथ यात्रा’ उत्सव के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ। इस्कॉन की तरफ से आयोजित इस यात्रा में एक रथ हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया, जिसकी वजह से रथ में आग लग गई। इस हादसे में 7 लोगों की जान चली गई। मारे जाने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, 16 लोग घायल हो गए।
रथ यात्रा के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज
हादसे में जान गंवाने वाले एक मृत व्यक्ति के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने कुमारघाट में आयोजित रथ यात्रा के आयोजकों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की।
सात लोगों की हालत गंभीर
बता दें कि इस हादसे में घायल हुए लोगों को कुमारघाट, कैलाशहरंद और अगरतला के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जीबी पंत अस्पताल लाए गए सात लोगों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।
लोहे के बने रथ को खींच रहे थे हजारों श्रद्धालु
बताते चलें कि लोहे से बने रथ को हजारों श्रद्धालु खींच रहे थे और तभी यह 133 केवी ओवरहेड केबल के संपर्क में आ गया। रथ के कुछ हिस्सों में तुरंत आग लग गई, जिससे सात लोगों की मौत हो गई। इस घटना पर सीएम माणिक साहा ने हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह लोगों की मौत पर दुख जताया। वो कुमारघाट जाकर घटना की जानकारी ली।
पीएम-सीएम ने जताया दुख, मुआवजे की घोषणा
त्रिपुरा में उल्टा रथयात्रा हादसे पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया। उन्होंने घोषणा की कि हादसे में मृतकों के परिवारों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने घायलों का पूरा खर्च उठाने का निर्णय लिया है। वहीं हादसे में 60 प्रतिशत झुलसे लोगों को 2.50 लाख और 40 से 60 प्रतिशत झुलसे लोगों को 74 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।