भारत ने मेजबान साउथ अफ्रीका को 2 विकेट से हराते हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। टीम ने नौवीं बार इस अाईसीसी टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई है। 11 फरवरी को भारत का फाइनल में मुकाबला दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम से होगा। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा सेमीफाइनल 8 फरवरी को होगा। बेनोनी में भारतीय टीम ने 245 रन का टारगेट 48.5 ओवर में 8 विकेट पर हासिल कर लिया। इस रन चेज में सचिन धास (96 रन) और कप्तान उदय सहारन (81 रन) की साझेदारी ने अहम भूमिका निभाई। दोनों ने 5वें विकेट के लिए 171 रन जोड़े। भारतीय टीम ने 32 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे।
भारत का शीर्ष क्रम फेल, 32 रन पर चौथा विकेट गंवाया
सेमीफाइनल मुकाबले में 245 रन का टारगेट चेज करते हुए भारतीय टीम का टॉप ऑर्डर फ्लॉप रहा। टीम ने 32 रन पर चौथा विकेट गंवा दिया। ओपनर आदर्श सिंह 0, अर्शिन कुलकर्णी 12, मुशीर खान ने 4 और प्रियांशु मोलिया 5 रन बनाकर आउट हुए।
हमारा मनोबल है ऊंचा: कप्तान उदय
भारत के कप्तान उदय सहारन ने मंगलवार को कहा कि सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ करीबी मुकाबले में दो विकेट की जीत से रविवार को आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के खिताबी मुकाबले में उनकी टीम को काफी हद तक फायदा होगा। टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारत को अंतिम-4 के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को दो विकेट से हराने के लिए अंत तक संघर्ष करना पड़ा। रविवार को फाइनल में उसकी भिड़ंत पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगी। सहारन (81) और सचिन धास (96) के बीच 5वें विकेट के लिए 171 रन की शानदार साझेदारी से भारत 245 रन के लक्ष्य तक पहुंचने में सफल रहा जबकि वह 32 रन पर 4 विकेट गंवाकर संकट में था। सहरान ने मैच के बाद कहा कि फाइनल में पहुंचना बहुत अच्छा अहसास है। हमें करीबी मुकाबले का अनुभव मिला और फाइनल में यह अच्छा रहेगा। हम ड्रेसिंग रूम में मनोबल को बिल्कुल भी कम नहीं होने देते- हमारा माहौल और कोच शानदार हैं।
मैन ऑफ द मैच चुने गए दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि वे किसी भी समय दबाव में नहीं थे। उन्होंने कहा कि हां, एक समय हम काफी पीछे थे। लेकिन हम कहते रहे कि हमें अंत तक बल्लेबाजी करनी है। यह एक साझेदारी की बात थी। सहारन ने कहा कि भारत की पारी के दौरान पिच बल्लेबाजी के लिए आसान हो गई। उन्होंने कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करने आया तो गेंद थोड़ी-थोड़ी मूव हो रही थी और अच्छा उछाल था। लेकिन बाद में गेंद बल्ले पर बेहतर तरीके से आने लगी।