प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में एक रैली के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सोरेन सरकार को भ्रष्टाचार, पेपरलीक, परिवारवाद और झूठे वादों के लिए जाना जाता है। मोदी ने संकेत दिया कि झारखंड की जनता इस सरकार के भ्रामक वादों से थक चुकी है और अब बदलाव की मांग कर रही है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में जो रोजगार के अवसर देने के वादे किए गए थे, वे केवल दिखावे तक सीमित रह गए हैं। युवा पीढ़ी को रोजगार नहीं मिल रहा है, और जो आश्वासन दिए गए थे, वे अधूरे रह गए हैं। PM मोदी ने पेपरलीक की घटनाओं को राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया, जिसमें सही प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया।
प्रधानमंत्री ने छठ महापर्व का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा कि इस पर्व का उल्लास चारों ओर है। उन्होंने छठी मैया की उपासना करने वालों को अपनी शुभकामनाएं दीं। मोदी ने बताया कि ये चुनाव उस समय हो रहे हैं जब पूरा देश ‘विकसित भारत’ की दिशा में बढ़ रहा है। आने वाले 25 वर्ष भारत और झारखंड के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि इस दौरान देश की आज़ादी के 100 वर्ष और झारखंड के 50 वर्ष पूरे होंगे।
उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन की सरकार केवल परिवारवाद के आधार पर चल रही है, जहां कुछ परिवारों को ही लाभ पहुंचाया जा रहा है।” मोदी ने विकास योजनाओं के लागू न होने का जिक्र करते हुए कहा कि इससे झारखंड की जनता को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
PM मोदी ने झारखंड की जनता से अपील की कि वे ऐसे नेताओं को सत्ता में न आने दें, जो उनके भविष्य के साथ खेल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो वह झारखंड के हर नागरिक की भलाई के लिए काम करेगी।