भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आज मप्र कैबिनेट की बैठक संपन्न हुई। कैबिनेट की बैठक में चित्रकूट के विकास के साथ राम वन पथ गमन और भगवान राम से जुड़े धार्मिक व पर्यटन स्थल के विकास के लिए चित्रकूट विकास प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। कैबिनेट ने उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोपवे बनाने के साथ ही सागर, जबलपुर में रोपवे परियोजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। अब महाकाल के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं को उज्जैन रेलवे स्टेशन से सीधे रोपवे के जरिए महाकाल मंदिर पहुंचाया जाएगा।
इस संबंध में आज कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही पावर्ती-कालीसिंध व चंबल नदी जोड़ो योजना के बाद बनने वाली नहर परियोजना को राज्य सरकार ने मंजूदी प्रदान कर दी है। इस सिंचाई परियोजना के पूरा होने से प्रदेश के करीब 6 लाख हेक्टेयर जमीन और सिंचित हो जाएगी। इसके साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी कैबिनेट की बैठक में लिए गए हैं। कैबिनेट की बैठक से पहले अपने संबोधन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य शासन के प्रथम तीन माह (लगभग 100 दिन) वित्तीय दृष्टि से उपलब्धि पूर्ण रहे हैं। तमाम अटकलों के बावजूद राज्य शासन द्वारा कोई भी योजना बंद नहीं की गई है। राजस्व और पूंजीगत व्यय की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राज्य शासन के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधन उपलब्ध हैं।
पीएम श्री पर्यटन वायुसेवा और पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अंतरराज्यीय हवाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। ग्वालियर और जबलपुर के लिए यह सेवा आज से आरंभ होगी, जिसका विस्तार सागर, रीवा, रतलाम तथा अन्य स्थानों पर किया जाएगा। जहां-जहां हवाई पट्टी और यात्रियों की उपलब्धता होगी, वहां यह सुविधा शीघ्र आरंभ होगी। यह समय की मांग भी है।
मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए हवाई सेवा आरंभ की जा रही है। प्रारंभिक रूप से इंदौर को केंद्र बनाते हुए उज्जैन तथा ओम्कारेश्वर के लिए हवाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों हवाई सेवाओं का नाम यशस्वी प्रधानमंत्री के नाम पर रखते हुए पीएम श्री रखा गया है। इससे धार्मिक पर्यटन बढऩे के साथ-साथ बड़े शहरों से कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 100 दिन की अवधि में राज्य शासन की इन उपलब्धियां के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। मंत्री परिषद के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का अभिवादन किया।