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- मणिपुर में तीन मई को हिंसा भड़की थी। अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
इंफाल । मणिपुर में 6 महीने बाद भी हिंसा थम नहीं रही है। बुधवार की शाम भीड़ ने राजधानी इंफाल में पुलिस दफ्तर का घेराव करने की कोशिश की। भीड़ हथियार लूटना चाहती थी। पुलिस के समझाने के बाद भी जब भीड़ नहीं हटी तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग की गई। जिस जगह ये वारदात हुई, वह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के आवास से नजदीक है। इस घटना के बाद शहर में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। दरअसल, भीड़ में सर्वाधिक युवा थे, जो स्थानीय समूह अरामबाई तेंगगोल के नेतृत्व में पहुंचे थे। ये सभी सीमावर्ती शहर मोरेह में एक विद्रोही स्नाइपर द्वारा एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद राज्य सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगा रहे हैं। इसके विरोध में वे पुलिस स्टेशन से हथियारों को लूटने के लिए पहुंचे थे।
इंटरनेट 5 नवंबर तक बंद, कर्फ्यू लगा
गुरुवार को राज्य सरकार ने मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध को 5 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। तीन मई की हिंसा के बाद से ही राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। उधर, इंफाल पूर्वी जिला अतिरिक्त मजिस्ट्रेट की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के कारण कर्फ्यू में छूट के आदेश तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। हालांकि, आवश्यक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य, पीएचईडी, नगरपालिका अधिकारी/कर्मचारी, बिजली, पेट्रोल पंप, न्यायालयों के कामकाज, उड़ान यात्रियों और मीडिया कर्मियों की आवाजाही को कर्फ्यू से छूट दी जाएगी। इसके अलावा इंफाल पश्चिम में भी कर्फ्यू छूट के आदेश को रद्द कर दिया गया। इससे पहले सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक कर्फ्यू में छूट देने का ऐलान किया गया था।