- यूथ फेडरेशन ने गणेश उत्सव के दौरान गणेश पंडाल को 11 लाख रुपए से सजा दिया।
उज्जैन । शहर के पटनी बाजार में सराफा यूथ फेडरेशन ने गणेश उत्सव के दौरान गणेश पंडाल को 11 लाख रुपए से सजा दिया। जिससे यहाँ दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ लग गई। तीन दिन के लिए भगवान गणेश को अर्पित किये गए रुपए में 10 से लेकर 500 तक के नोट शामिल है, जिससे गणेश पंडाल को सजाया गया है। दरअसल रतलाम के माणक चौक में लक्ष्मी माता के मंदिर की तर्ज पर उज्जैन के गणेश पंडाल को 11 लाख रुपए के फ्रेश नोटों से सजाया गया है। इतना सारा केश पटनी बाजार के व्यापारियों ने एकत्रित करके गणेश पंडाल में तीन दिन के लिए अर्पित किया है। पिछले आठ वर्षो से सराफा यूथ फेडरेशन भगवान गणेश जी की प्रतिमा विराजित करते आये है।
ऐसे में इस बार अन्य मंदिरो की तर्ज पर गणेश पंडाल को सजाने का विचार आया। स्थानीय व्यापारी मनोज गुप्ता ने बताया कि भगवान गणेश जी के पंडाल में कुछ अलग करना था इसलिए 6 व्यापारियों ने अपनी क्षमता के हिसाब से रुपए एकत्रित किये और देखते ही देखते 11 लाख रुपए जमा हो गए। जिसके बाद इसकी साज सज्जा का जिम्मा अक्षय चौरसिया को सौंपा गया। अक्षय ने इस पांडाल को 27 घंटे में 11 लाख रुपए से सजा दिया।
दो सुरक्षाकर्मी 36 कैमरे और व्यापारी कर रहे 11 लाख रुपए की सुरक्षा
गणपति उत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि गणेश जी का पंडाल पटनी बाजार की सड़क पर बना हुआ है। पंडाल पूरी तरह से खुला है। जहां पर 11 लाख रुपए पंडाल में लगे हुए है। ऐसे में रुपए की सुरक्षा के लिए दो बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी रखे है जो 12-12 घंटे की शिफ्ट में सुरक्षा कर रहे है। साथ ही 4 कैमरे गणेश पंडाल पंडाल में और 32 कैमरे पटनी बाजार के अलग अलग दुकानों पर लगे जिससे पंडाल की सुरक्षा की जा रही है। रात को सुरक्षाकर्मी के साथ व्यापारी भी पंडाल में रात गुजार कर 11 लाख रुपए की सुरक्षा कर रहे है। इसी के साथ पंडाल में आग से सुरक्षा के लिए फायर सेफ्टी के भी इंतजाम किये गए है।
तीन दिन के लिए सजाया गया है गणपति बप्पा का दरबार
गणेश पंडाल को शुक्रवार से रविवार तक के लिए तीन दिन के लिए 11 लाख रुपए से सजाया गया है। पटनी बाजार में सोना चांदी के व्यापारी मनोज गुप्ता,आनंद गर्ग, बंटी सोनी, अशोक सोनी, प्रशांत सोनी और मानव गर्ग ने 11 लाख रुपए के 10, 20, 50, 100 और 500 के फ्रेश नोट कुछ खुद के पास से और कुछ बेंको से लेकर जुटाए है। गणेश पंडाल को सजाने के लिए अक्षय चौरसिया ने 27 घंटे की मेहनत की, जिसके बाद पूरे पंडाल को सजाया है।