नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को संसद में महिला आरक्षण बिल पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विपरीत, अन्य दल महिला सशक्तिकरण को एक ‘राजनीतिक मुद्दा और वोट बैंक की राजनीति के लिए एक उपकरण’ के रूप में देखते हैं। लेकिन हमारे लिए यह राजनितिक मुद्दा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए महिला सशक्तिकरण ‘सिद्धांतों और विश्वास’ का मुद्दा है।
शाह ने कहा, कुछ पार्टियों के लिए, महिला सशक्तिकरण का मुद्दा एक राजनीतिक एजेंडा या चुनाव जीतने का नारा हो सकता है। हालाँकि, मेरी पार्टी और मेरे नेता नरेंद्र मोदी के लिए, महिला सशक्तिकरण कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह सिद्धांतों और विश्वास का मामला है। कल का दिन इतिहास में दर्ज किया जाएगा।
उन्होंने कहा, कल गणेश चतुर्थी के दिन नई संसद का उद्घाटन था और हमने संसद में महिला आरक्षण विधेयक पेश किया। ‘महिला आरक्षण विधेयक सम्मान का प्रतीक है और एक नए युग की शुरुआत है।’ केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दे दी। जिसके बाद मंगलवार को केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नए संसद भवन में लोकसभा की पहली बैठक में यह बिल पेश किया।
हालांकि, शाह से पहले वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी जाति जनगणना और अडानी मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। ‘हर बार जब विपक्ष जाति जनगणना का मुद्दा उठाता है, तो भाजपा ध्यान भटकाने की कोशिश करती है, या एक नई घटना को जन्म देती है ताकि ओबीसी समुदाय और भारत के लोग दूसरी तरफ देख सकें।