राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में 2022 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के प्रोबेशनर्स अधिकारियों को संबोधित करते हुए डीप फेक विषय पर गहरी चिंता जताई है। इससे पहले प्रधानमंन्त्री मोदी ने भी इस विषय को लेकर ख़ासा चिंता जताई थी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ‘पुलिस फोर्स के सामने साइबर अपराध, ड्रग तस्करी, वामपंथी कट्टरपंथ और आतंकवाद जैसी चुनौतियां हैं। नई तकनीक और सोशल मीडिया के प्रभाव के चलते परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं। अपराधियों द्वारा जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है और डीप फेक जैसी चुनौतियां भी हैं। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को हमेशा नई तकनीक से अपडेट रहना होगा ताकि अपराधियों पर बढ़त ली जा सके।’ उन्होंने कहा ‘आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कानून व्यवस्था का मजबूत होना बेहद जरूरी है। वैश्विक, राष्ट्रीय या स्थानीय स्तर पर भी उद्योगपति तभी निवेश करते हैं जब कानून व्यवस्था मजबूत होती है। इस तरह किसी भी क्षेत्र में संपूर्ण विकास के लिए पुलिस विभाग अहम भूमिका निभाता है।’
इससे पहले पीएम मोदी ने भी इस विषय पर चिंता जताते हुए कहा था, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) कैसे काम करती है क्योंकि इसका उपयोग जानबूझकर गलत जानकारी फैलाने या उनके उपयोग के पीछे दुर्भावनापूर्ण इरादे के लिए ‘डीपफेक’ बनाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने मीडिया से भी इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।“मैंने हाल ही में एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा गाना गाते हुए नजर आ रहा थी। ऐसे कई अन्य वीडियो ऑनलाइन हैं, ”पीएम मोदी ने कहा, डीपफेक का बढ़ता खतरा एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है और सभी के लिए बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकता है।