मध्यप्रदेश दुनियाभर में अपनी कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है लेकिन आज हम आपको मध्यप्रदेश के एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है जहाँ राधा कृष्ण का 100 करोड़ से अधिक कीमत के गहनों से श्रृंगार किया जाता है। आज यानि 1 सितम्बर से भाद्रपद की शुरुआत हो चुकी है। इसी माह की सप्तमी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
रक्षाबंधन के बाद अब हर तरफ कृष्णजन्माष्टमी को लेकर जोरों से तैयारियां शुरू हो गयी है। ऐसे में मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में फूलबाग स्थित एक ऐसा ऐतिहासिक राधा-कृष्ण गोपाल मंदिर है जहाँ 100 करोड़ कीमत के एंटीक गहनों से राधा और कृष्णा जी का साज श्रृंगार किया जाता है। जन्माष्टमी के दिन यहाँ पर अलग-अलग जगह से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है।
बता दें, गोपाल मंदिर की स्थापना 1921 में ग्वालियर रियासत के तत्कालीन शासक माधवराव सिंधिया प्रथम ने करवाई थी। फिलहाल इस मंदिर का रखरखाव ग्वालियर निगम करता है। ऐसे में इन गहनों का उपयोग जनाष्मटी के दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाकर से निकालकर मंदिर श्रृंगार के लिये लाया जाता है। और दूसरे दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाकर में रख दिया जाता है।
आजादी के बाद जब मध्यप्रदेश राज्य बना तो भगवान के एंटीक गहनों को बैंक के लॉकर में रख दिया गया और 50 साल तक ये गहने लॉकर में ही रखे रहे। जिसके बाद 2007 में तत्कालीन महापौर ने सरकार से दरख्वास्त कर साल में एक दिन इन गहनों से राधा कृष्ण जी का श्रृंगार करने की बात कही। इन गहनों में 55 पन्नों और सात लड़ी का हार, सोने की बांसुरी, सोने की नथ, जंजीर और चांदी के पूजा के बर्तन शामिल है।