- सभी मृतक एक ही परिवार के, दो को सुरक्षित बचाया
दतिया। दतिया जिले के राजगढ़ किले के नीचे के हिस्से वाली करीब 400 साल पुरानी दीवार बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात भरभराकर गिर गई। हादसे में 9 लोग मलबे में दब गए। गुरुवार दोपहर तक सभी 7 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं, दो लोगों को जिंदा निकाला गया है। बाकी मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य चल रहा है। जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वहां पहुंचने के लिए रास्ता संकरा है इसलिए जेसीबी नहीं पहुंच पा रही है। जेसीबी के पहंचने के लिए बाहर की बाउंड्री को तोड़ा जा रहा है। हादसा रात तीन बजे होने के बाद सुबह तक बचाव कार्य शुरू नहीं होने से स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। दतिया से विधायक रह चुके पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा सूचना मिलने के बाद भोपाल से दतिया रवाना हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पीडि़त परिवार की हर संभव प्रशासन मदद करेगा। जानकारी के अनुसार देर रात तीन बजे भारी बारिश के बीच तेज आवाज के साथ किले के नीचे के हिस्से की दीवार भरभराकर गिर गई। हादसे में 9 लोग मलबे में दब गए, जिनमें एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो चुकी है। मौके पर पहुंची एसडीईआरएफ टीम बाकी 2 लोगों के रेस्क्यू में जुटी है।
रेस्क्यू में लापरवाही के आरोप
लोगों ने रेस्क्यू की गति धीमी होने का आरोप लगाकर सुबह करीब 8 बजे हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि मलबा हटाने में लापरवाही बरती जा रही है। पुलिस ने उन्हें शांत करवाया।
इनकी जान गई
मलबे में किशन पिता पन्ना लाल और प्रभा पत्नी किशन वंशकार , निरंजन वंशकार, ममता पत्नी निरंजन, राधा पिता निरंजन, सूरज पिता निरंजन, शिवम पिता निरंजन की मौत हो चुकी है। बाद में मुन्ना पिता खित्ते वंशकार और आकाश पिता मुन्ना वंशकार के शव िनकाल िलए गए हैं।