ओडिशा के तट से खतरनाक साइक्लोन ‘दाना’ के टकराने की संभावना आज रात जताई जा रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात के चलते राज्य में तेज़ हवाएं और भारी बारिश जारी हैं। साइक्लोन के प्रभाव से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और असम सहित सात राज्यों में व्यापक असर देखने को मिलेगा।
टीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान और बाजार बंद कर दिए गए हैं। सरकार ने राहत शिविरों की व्यवस्था की है और लोगों के लिए पर्याप्त खाद्य सामग्री, पानी और दवाइयों का इंतजाम किया गया है।
बिजली और दूरसंचार सेवाओं को बहाल रखने के लिए विशेष टीमें तैयार हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चक्रवात से तटीय इलाकों में बाढ़ और पेड़ गिरने
साइक्लोन ‘दाना’ से संबंधित प्रमुख बातें और सरकारी उपाय:
- साइक्लोन ‘दाना’ का असर: आज रात ओडिशा के तट से टकराने की संभावना, तेज हवाओं और भारी बारिश का खतरा।
- प्रभावित राज्य: ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और असम सहित 7 राज्यों पर असर पड़ेगा।
- उड़ानें और ट्रेनें रद्द: 300 उड़ानें और 552 ट्रेनें सुरक्षा के मद्देनजर रद्द की गईं।
- लोगों का सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना: तटीय इलाकों से हज़ारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती: आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए रेस्क्यू टीमों की तैनाती।
- मछुआरों को चेतावनी: तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत।
- राहत शिविर: राज्य सरकार ने राहत शिविरों की व्यवस्था की, जहां पर्याप्त खाद्य सामग्री, पानी और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई।
- बिजली और दूरसंचार सेवाएं: इन सेवाओं को बहाल रखने के लिए विशेष टीमें सक्रिय हैं।
- मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक: ओडिशा के मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की।
- घरों में रहने की सलाह: प्रशासन द्वारा लोगों को घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी जा रही है।
- बाढ़ और पेड़ गिरने की संभावना: विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के चलते तटीय इलाकों में बाढ़ और पेड़ गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।