- सिख आतंकी संगठन ने उनके समर्थन में पत्र जारी किया
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में जाकर खलिस्तान की माँग को बढ़ावा दिया है। उन्होंने राहुल पर देश को तोड़ने व बर्बाद करने की राजनीति करने का भी आरोप लगाया। इस सिलसिले में उन्होंने कनाडा में कार्यरत खालिस्तानी अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के एक पत्र का हवाला दिया है। सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) विदेशों में खालिस्तानी समर्थकों को एकजुट करके भारत के खिलाफ अभियान चलाता है। उसने पिछले कुछ वर्षों से विदेशों में सिखों का खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह अभियान भी चला रखा है। इसके सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कई मौकों पर भारत को धमकियां दी हैं और भारत विरोधी प्रदर्शन आयोजित किए हैं। उसने एक पत्र जारी कर अपने सदस्यों से एक समाचार साझा किया है जिसका शीर्षक है-राहुल गांधी ने खालिस्तान पर एसएफजे के रुख को दोहराया। इसमें आगे लिखा गया है कि वाशिंगटन डी.सी. में सभा को संबोधित करते हुए, जहाँ कई खालिस्तान समर्थक सिख उपस्थित थे, राहुल गांधी ने एसएफजे के वैश्विक खालिस्तान जनमत संग्रह अभियान को उचित ठहराया, जब उन्होंने कहा: “भारत में लड़ाई यह है कि क्या एक सिख को पगड़ी और कड़ा पहनने, गुरुद्वारा जाने की अनुमति दी जाएगी। ” “भारत में सिखों के लिए अस्तित्वगत खतरे” पर राहुल का बयान न केवल साहसिक और अग्रणी है, बल्कि सिखों के सामने आने वाली समस्याओं के तथ्यात्मक इतिहास पर भी दृढ़ता से आधारित है। 1947 से भारत में लगातार शासन के तहत और सिख मातृभूमि खालिस्तान की स्थापना के लिए पंजाब स्वतंत्रता जनमत संग्रह के औचित्य पर एसएफजे के रुख की भी पुष्टि करता है। लोकसभा अध्यक्ष ने इस पर लिखा-विदेशी कोख से जन्मा पुत्र कभी हमारे देश का भला नहीं सोचेगा। ये हर वक़्त भारत को तोड़ने और बर्बाद करने की राजनीति कर रहा है।