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- भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों शर्मनाक हार झेलनी पड़ी।
- बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन को लेकर भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का बयान सामने आया है।
नई दिल्ली । वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी का खिताब लगातार दूसरी बार अपने नाम करने से चूक गई। टेस्ट के पांचवें दिन इंडियन बैटर्स का बुरा हाल रहा और टीम ने पहले सेशन में ही सात विकेट गंवाकर अपनी हार पर मुहर लगा दी। इस बीच, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का भारतीय बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन पर बयान सामने आया है। गांगुली का कहना है आखिरी दिन हम बैटर्स से जरूरत से ज्यादा उम्मीद कर रहे थे। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत करते हुए कहा, “जाहिर तौर पर एंटी-क्लाइमेक्स रहा, लेकिन हम आज सुबह जरूरत से ज्यादा उम्मीद लगाए बैठे थे। 280 रन बहुत होते हैं, जब आपके विराट कोहली, जडेजा और अजिंक्य रहाणे के रूप में सिर्फ तीन बल्लेबाज बचे हुए हों। पांचवें दिन की क्रिकेट दूसरे देशों में काफी अलग होती है, क्योंकि विकेट ऊपर या नीचे होती रहती है और इसके साथ ही मूवमेंट भी देखने को मिलता है।” दादा ने आगे कहा, “ऊपर से आपको देखकर भले ही पिच सपाट नजर आती हो। पिच ग्रीन थी, लेकिन उस पर पेस नहीं थी। इंग्लैंड हो या फिर ऑस्ट्रेलिया यहां की पिच पर पांचवें दिन दोहरा उछाल देखने को मिलता है। यही वजह है कि पिछले 100 से ज्यादा सालों से यहां पर यह रन नहीं बन सके हैं।”
बुरी तरह फ्लॉप हुआ बैटिंग ऑर्डर
भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन डब्ल्यूटीसी फाइनल के पांचवें दिन बेहद शर्मनाक रहा। टीम की सबसे बड़ी उम्मीद माने जा रहे विराट कोहली 49 रन बनाकर चलते बने, तो उनके पवेलियन लौटने के ठीक एक गेंद बाद ही रवींद्र जडेजा बिना खाता खोले आउट हुए। वहीं, इसके बाद टीम ने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए और पूरी टीम महज 234 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।