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धनतेरस पर क्या करें: उपाय, पूजा विधि और मंत्र जाप से समृद्धि का स्वागत

धनतेरस का पर्व दीपावली से पहले आता है और यह दिन धन, समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस पर देवी लक्ष्मी और भगवान धनवंतरि की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन कुछ खास उपाय और पूजा विधि का पालन करके धन और खुशहाली का स्वागत किया जा सकता है। आइए जानते हैं धनतेरस पर क्या-क्या करना चाहिए, किस प्रकार पूजा करें और किन मंत्रों का जाप करें।

1. धनतेरस की पूजा का महत्व

धनतेरस का पर्व धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी और आयुर्वेदाचार्य भगवान धनवंतरि को समर्पित है। मान्यता है कि धनतेरस पर देवी लक्ष्मी और धनवंतरि की पूजा से घर में धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का आगमन होता है। इस दिन नया बर्तन, सोना, चांदी, गहने और अन्य बहुमूल्य वस्तुएं खरीदने का भी विशेष महत्व है, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और शुभता बनी रहती है।

2. पूजा की सामग्री

धनतेरस पूजा के लिए आवश्यक सामग्री इस प्रकार है:

  • लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति या तस्वीर
  • चावल, हल्दी, कुमकुम, गुलाल
  • धनिया के बीज और सुपारी
  • मिठाई, धूप, दीपक
  • चांदी का सिक्का या बर्तन
  • फूल, विशेषकर गुलाब और कमल
  • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और चीनी का मिश्रण)

3. धनतेरस पर विशेष पूजा विधि

धनतेरस की पूजा में सभी देवी-देवताओं का ध्यान करते हुए यह विशेष क्रम अपनाएं:

  • स्नान और स्वच्छता: सबसे पहले घर की साफ-सफाई करें और स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को भी अच्छे से साफ करें और फूलों से सजाएं।
  • दीपक जलाना: धनतेरस की शाम घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थल पर तेल के दीए जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में शुभता का प्रवेश होता है।
  • लक्ष्मी-गणेश स्थापना: लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को साफ वस्त्र पर स्थापित करें।
  • पूजन सामग्री अर्पण: मूर्तियों को स्नान कराएं और चावल, हल्दी, कुमकुम से तिलक करें। गुलाल अर्पित करें और फूल चढ़ाएं।
  • धन और स्वास्थ्य की कामना: भगवान धनवंतरि से अच्छे स्वास्थ्य की कामना करें और माता लक्ष्मी से धन-धान्य की प्रार्थना करें।
  • पंचामृत अर्पण: मूर्तियों पर पंचामृत अर्पित करें और धूप-दीप दिखाकर आरती करें।

4. धनतेरस पर करने वाले खास उपाय

धनतेरस पर कुछ विशेष उपाय करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है:

  • गायत्री मंत्र जाप: धनतेरस के दिन 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें। इससे घर में सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।
  • दीप दान: शाम के समय 13 दीपकों को जलाकर घर के चारों कोनों में रखें। इसे धन लाभ के लिए शुभ माना जाता है।
  • नया बर्तन या धातु खरीदें: इस दिन चांदी, सोना या तांबे के बर्तन खरीदना शुभ होता है। मान्यता है कि इससे देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

5. धनतेरस के शुभ मंत्र

धनतेरस के दिन मंत्र जाप से विशेष ऊर्जा का संचार होता है और पूजा का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। कुछ महत्वपूर्ण मंत्र इस प्रकार हैं:

  • लक्ष्मी माता के लिए
    “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
    इस मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र देवी लक्ष्मी का आह्वान करता है और समृद्धि की कामना के लिए उपयोगी है।
  • भगवान धनवंतरि के लिए
    “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय धन्वंतरये अमृतकलश हस्ताय सर्वामय विनाशाय त्रिलोक्यनाथाय श्री महाविष्णवे नमः”
    इस मंत्र का जाप करने से स्वास्थ्य लाभ होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  • कुबेर देवता के लिए
    “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा”
    यह मंत्र कुबेर देवता का आह्वान करता है, जिससे धन और संपत्ति की वृद्धि होती है।

6. धनतेरस पर क्या न करें

धनतेरस पर कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि पूजा का पूरा फल मिले:

  • इस दिन उधार न दें, क्योंकि इसे धन की हानि का संकेत माना जाता है।
  • किसी के साथ कठोर व्यवहार न करें; सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखें।
  • टूटे-फूटे बर्तन या पुराने सामान की खरीदारी करने से बचें, इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सकता है।

निष्कर्ष

धनतेरस पर देवी लक्ष्मी और भगवान धनवंतरि की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। उचित पूजा विधि और मंत्र जाप से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। इस धनतेरस पर सही उपायों का पालन करें और समृद्धि का स्वागत करें।

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