पटना। बिहार में लोकसाभा चुनाव से पहले जेडीयु और आरजेडी के बीच सियासत तेज होती दिख रही है, राज्य के इन दोनों प्रमुख पार्टियों की दोस्ती में दरार आने की अटकलें लगाई जा रही है। 24 जनवरी को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती के मौके पर नीतीश कुमार ने अपने सम्बोधन में बिना किसी का नाम लिए राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ खूब हल्ला बोला। जिसके बाद बिहार के सियासी गलियारों में यह बात काफी तेजी से फ़ैल रही है की जेडीयू सुप्रीमों ने इशारों ही इशारों में आरजेडी पर निशाना साधा है। जिसके बाद आरजेडी प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने गुरुवार को अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर एक के बाद एक तीन ऐसे पोस्ट किए जिनसे बिहार की सियासत में हंगामा मच गया।
रोहिणी आचार्य ने कल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सिएम नीतीश कुमार पर निशान साधते हुए लिखा , “समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है। हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है।” उनकी इन भड़काऊ पोस्ट ने बिहार की गरम सियासत को और हवा देना का काम किया है। जिस पर सीएम नीतीश काफी नाराज हो गए। जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया की खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रोहिणी के पोस्ट पर जानकारी मांगी है। जिसके बाद रोहिणी ने बिना कोई सफाई दिए चुपके से अपनी पोस्ट डिलीट कर दी। अब इस विवाद के बाद यह खबर और पुख्ता हो गयी है की जेडीयु और आरजेडी के बिच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
उधर इस विवाद के सामने आने के बाद बीजेपी खेमे से भी खबरें आने लगीं। बीजेपी सूत्रों से कहा गया कि नीतीश उन्हें तभी मंजूर होंगे जब वो मुख्यमंत्री का पद छोड़ते हैं। खबर यहां तक आ रही है कि नीतीश रोहिणी के ट्वीट के बाद कोई बडा कदम उठा सकते हैं और विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं।