मुख्यमंत्री केजरीवाल भी ईडी की जांच के दायरे में हैं.
केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है.
नई दिल्ली. भ्रष्टाचार और मनीलॉन्ड्रिंग के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमीन घोटाले से जुड़े मामले में कार्रवाई की गई है. जांच एजेंसी ने हेमंत सोरेन से घंटों पूछताछ की और उसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. हेमंत सोरेन के खिलाफ कार्रवाई के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल, दिल्ली की निरस्त आबकारी नीति को लेकर सीएम केजरीवाल भी ईडी की जांच के दायरे में हैं. दिल्ली शराब नीति के मामले में संजय सिंह और मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में बंद हैं. सत्येंद्र जैन भी मनीलॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी हैं.
दिल्ली शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. ED दिल्ली सीएम को पूछताछ के लिए लगातार समन भेज रही है. इसके बावजूद अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हो रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम केजरीवाल को पांचवीं बार पूछताछ के लिए तलब किया गया है. ईडी ने अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार तक पेश होने का निर्देश दिया है. अब देखना यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बार भी पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के समक्ष पेश होते हैं या नहीं. इससे पहले केजरीवाल को 18 जनवरी को ईडी ने समन भेजा था, लेकिन उन्होंने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए पेश होने से इनकार कर दिया था. इससे पहले केजरीवाल को 2 नवंबर, 21 दिसंबर और 3 जनवरी को समन भेजा गया था.
आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप
प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली शराब नीति से पैसे बनाए और इसका इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव में किया गया था. हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया है. अब जांच एजेंसी सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए लगातार समन भेज रही है, लेकिन वह ईडी के समक्ष पेश नहीं हो रहे हैं.
लगातार चल रही रस्साकसी
जनवरी के पहले सप्ताह में आम आदमी पार्टी की ओर से दावा किया गया था कि ईडी छापा मार कर सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है. हालांकि, बाद में जांच एजेंसी ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया था. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ की कार्रवाई के बाद सबके मन में यह बात उठने लगी है कि क्या अब अरविंद केजरीवाल की बारी है. हालांकि, इस मुद्दे पर ईडी की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है.