- भारत और फ्रांस के बीच 26 राफेल मरीन जेट यानी समुद्री लड़ाकू विमानों के लिए डील होने वाली है।
- भारतीय नौसेना जल्द से जल्द अपने दो एयरक्राफ्ट कैरियर्स के लिए सुपरसोनिक जेट यानी राफेल एम को शामिल करने की इच्छुक है।
नई दिल्ली । भारत की सैन्य ताकत से पहले ही पाकिस्तान और चीन की नींद उड़ी हुई है। अब समंदर का नया सिकंदर भी उन्हें थर-थर कंपाने आ रहा है। जी हां, भारत के बाहुबली लड़ाकू विमान राफेल के बाद अब समंदर के नए सिकंदर राफेल एम की बारी है। भारत को बहुत जल्द राफेल एम फाइटर जेट मिलने वाला है। राफेल जहां भारतीय वायुसेना की ताकत में चार चांद लगा रहा है। वहीं, राफेल एम जेट इंडियन नेवी की ताकत को और बूस्ट करेगा। भारत और फ्रांस के बीच 26 राफेल मरीन जेट यानी समुद्री लड़ाकू विमानों के लिए डील होने वाली है। यह डील करीब 50 हजार करोड़ रुपए की होगी। भारत और फ्रांस के बीच राफेल एम फाइटर जेट को लेकर इसी सप्ताह बातचीत होगी। भारत 26 राफेल मरीन फाइटर जेट की खरीद के लिए आधिकारिक तौर पर फ्रांस के साथ कॉन्ट्रैक्टर नेगोसिएशन शुरू करेगा। भारत ऐसे वक्त में समंदर के सिकंदर यानी राफेल एम के लिए डील पर बातचीत करने जा रहा है, जब हिंद महासागर क्षेत्र में चीन का खतरा बढ़ता जा रहा है। यही वजह है कि भारतीय नौसेना जल्द से जल्द अपने दो एयरक्राफ्ट कैरियर्स के लिए सुपरसोनिक जेट यानी राफेल एम को शामिल करने की इच्छुक है। इसे लेकर 30 मई को भारत में बैठक है। फ्रांसीसी सरकार, फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट और हथियार प्रणाली इंटीग्रेटर थेल्स सहित अन्य कंपनियों के अधिकारियों की एक टीम 30 मई को भारत पहुंच रही है। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस डील के लिए एक अनुबंध वार्ता समिति (सीएनसी) गठित की है। भारत की यही टीम फ्रांस की टीम के साथ इस डील को कन्फर्म करेगी।