- नौकरी के बहाने रूस भेजने वाले एजेंटों के खिलाफ पहले से ही कार्रवाई शुरू कर दी है।
सूरत । रूस में मिसाइल हमले में मारे गए सूरत के हेमिल मंगुकिया के पिता और परिवार के दो अन्य सदस्य सोमवार को मॉस्को के लिए रवाना हुए। मंगुकिया की मौत के 20 दिन बाद उनके परिवार को शव को देखने का मौका मिल रहा है। परिवार के अनुसार, 23 वर्षीय हेमिल मंगुकिया यूक्रेन की सीमा पर रूसी सेना के लिए सहायक के तौर पर काम कर रहा था। पिता ने बताया कि 21 फरवरी को उन्हें हेमिल मंगुकिया की मौत की जानकारी मिली। बता दें कि सीबीआई ने भारतीय युवाओं को नौकरी के बहाने रूस भेजने वाले एजेंटों के खिलाफ पहले से ही कार्रवाई शुरू कर दी है।
रूस के लिए रवाना हुए मृतक के पिता
मृतक के पिता ने बताया कि उन्होंने मॉस्को के लिए मुंबई जाने वाली ट्रेन में बैठने से पहले सूरत ग्रामीण पुलिस में अपना बयान दर्ज करवाया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस धांधली में शामिल एजेंट को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उनके मंगलवार तक मॉस्को पहुंचने की संभावना है।
प्रक्रिया कहां अटकी है: मृतक के पिता
हम वहां जाकर देखना चाहते हैं कि जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है। हम सूरत में उसका अंतिम संस्कार करेंगे।” उन्हें 16 दिन का पर्यटक वीजा दिया गया है। उन्होंने मॉस्को पहुंचते ही भारतीय दूतावास से संपर्क करने का फैसला किया है।