सर्वोच्च न्यायालय ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ महिला पहलवानों की याचिका की सुनवाई गुरुवार को बंद कर दी है। अदालत ने कहा कि आपकी मांग थी कि बृजभूषण पर एफआईआर दर्ज हो वो हो गया अब जब आपकी मांगे मान ली गई,गई। महिला पहलवानों को सुरक्षा भी दी गई है। अब कोई और मसला हो तो याचिकाकर्ता हाईकोर्ट या निचली अदालत में जा सकते हैं। इस पर पहलवानों ने कहा कि हम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
जंतर-मंतर पर बुधवार देर रात पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प हुई जिसमें पहलवान राकेश यादव और विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत को चोटें भी आई हैं। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि पहलवानों पर कोई बल प्रयोग नहीं किया गया, 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हमने पुलिसकर्मियों का मेडिकल करवाया,रिपोर्ट में किसी भी कर्मी का नशे में होना नही पाया गया।
लगातार 12 दिन से धरना दे रहे रेसलर्स ने झड़प के बाद गुरुवार को कहा कि हम सभी मेडल्स भारत सरकार को लौटा देंगे। महावीर फोगाट ने भी कहा कि वे अपना द्रोणाचार्य अवॉर्ड लौटा देंगे।
रेसलर्स से मिलने गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल, किसान और खाप नेता पहुंचे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, नवजोत सिंह सिद्धू और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने रेसलर्स का सपोर्ट किया है।
दंगल गर्ल गीता फोगाट ने कहा कि मुझे और मेरे पति पवन सरोहा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। ये बहुत दुखद है। मुझे मेरे भाई-बहनों से मिलने के लिए भी नहीं जाने दिया जा रहा है।
गुरुवार सुबह पहलवानों की चिट्ठी वायरल, विनेश फोगाट बोलीं- हमने कोई खत नहीं लिखा
सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी वायरल है। दावा किया जा रहा है कि बजरंग पूनिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर जंतर-मंतर पर आंदोलनकारी खिलाड़ियों की परेशानियों का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। हालांकि विनेश समेत कई अन्य पहलवानों ने कहा कि कोई चिट्ठी नहीं लिखी गई है।