- उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल
- नीलगिरि के पहाड़ी जिले में हर साल नवंबर से फरवरी तक पड़ती भीषण ठंड
नीलगिरि। उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल है, इसी बीच दक्षिण भारत में भी ठंड का प्रकोप दिखने लगा है। दरअसल, तमिलनाडु के ऊटी में पारा 2.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसके आसपास के इलाकों में भी भीषण ठंड का प्रकोप देखने को मिल रहा है। नीलगिरि के पहाड़ी जिले में हर साल नवंबर से फरवरी तक भीषण ठंड पड़ती है, लेकिन इस साल तूफानी बारिश के कारण जनवरी के अंत में इसका असर देखने को मिला है। ऊटी शहर और कंठाल, पिंकर पोस्ट और थलाई कुंटा जैसे आसपास के इलाकों में बर्फीले मैदान देखे गए।
घर में छिपे रहने को मजबूर लोग
अचानक हड्डी गलाने वाली इस ठंड से आम लोगों का सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस कड़ाके की ठंड के कारण कई लोग सुबह अपने घरों से बाहर तक नहीं निकल पा रहे हैं। इस मौसम का सामना करने के लिए लोग आग जलाकर अपने-अपने घरों में छिपे हुए हैं।
ओस की बूंदे और बर्फ की चादर से खूबसूरत नजारा
दूर-दूर तक नजर डालने पर हरे लॉन पर सफेद कालीन और वाहनों पर बर्फ की चादर बिछी दिखाई दे रही है। तमिलनाडु के ऊपरी इलाकों में स्थित गांव में ठंड ने स्थानीय लोगों को परेशान कर दिया है, क्योंकि उन लोगों को कभी भी इस तरह के मौसम की आदत नहीं लगी है। नीलगिरि जिले में घास के बड़े-बड़े टुकड़े पर ओस की बूंदों बेहद आकर्षक लग रही है और कई जगह बर्फ की चादर दिख रही है।
लोगों को कई तरह की परेशानियों का हुआ सामना
ऊटी नगर, थलीकुंडा, एचपीएफ, कंथल और फिंगरपोस्ट सहित लोकप्रिय हिल स्टेशन के कई इलाकों में सफेद परत देखी गई। पार्क किए गए वाहनों पर एक इंच तक बर्फ पाई गई। वाहनों पर बर्फ पड़ने से वह पूरी तरह से ठंडी पड़ गई थी, जिस कारण बैट्री भी जम गई। निवासियों ने अपने गाड़ियों को शुरू करने में बहुत परेशानी हुई है। स्थानीय मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हाल के सप्ताहों में दिन और रात के तापमान में काफी बदलाव आया है।