प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में 12,800 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। पश्चिम चंपारण की अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और कृषि बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के उद्देश्य से कई परियोजनाओं का अनावरण किया।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, आजादी के बाद के दशकों में यहां से युवाओं का पलायन बिहार में बहुत बड़ी चुनौती रही है। जब यहां जंगलराज आया तब यह पलायन और बढ़ गया। जंगलराज वालों ने सिर्फ अपने परिवार की चिंता की। बिहार के नौजवान रोजी-रोटी के लिए दूसरे राज्यों में जाते रहे और यहां एक ही परिवार फलता-फूलता रहा, किस तरह नौकरी के बदले जमीनों पर कब्जा किया गया। उन्होंने आगे कहा, यह वह भूमि है, जिसने भारत की आजादी की लड़ाई में नए प्राण फूंके, नई चेतना का संचार किया। इसी भूमि ने मोहनदास जी को महात्मा गांधी बना दिया। विकसित बिहार से विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए बेतिया, चंपारण से अच्छा स्थान और कोई नहीं है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, “लोग कहते हैं कि राजनीति में प्रधानमंत्री मोदी का परिवार नहीं है। लोगों के अनुसार राजनीति में उनका बेटा, उनकी बेटी, उनकी पत्नी, दूसरा बेटा और दूसरी बेटी उतरें लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए 140 करोड़ देशवासी और 14 करोड़ बिहार के लोग ही परिवार हैं। प्रधानमंत्री ने पश्चिमी चंपारण के बेतिया में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही विभिन्न रेलवे परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई।