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- महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में बीते कई दिनों से बेमौसम बारिश का दौर जारी है.
- किसानों और पशुपालकों को इसका भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है.
- अमरावती में तो बारिश का कहर इस कदर बरपा कि सूखी पड़ी नदियां भी लबालब हो गई हैं.
अमरावती, महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से बारिश का दौर जारी है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में किसानों को भारी नुकसान हुआ है. विदर्भ, मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र, उत्तरी महाराष्ट्र, बुलढाना और अमरावती में खेत में लगी हुई फसलें चौपट हो गई हैं. फसलों के अलावा ये बारिश जानवरों के लिए भी आफत बनकर आई है. महाराष्ट्र के बुलढाना में बारिश से छोटे बड़े नदी-नाले उफान पर हैं. जिले के सिंदखेड़ राजा में खेत में चर रही बकरियों के झुंड पर आसमानी बिजली गिर गई. इसके चलते कुल 14 बकरियों की मौत हो गई. वहीं, अमरावती जिले में भी भारी बारिश के चलते शहर के हर हिस्से में पानी भर गया. इस दौरान आंधी-तूफान के चलते कई पेड़ भी धाराशायी हो गए. इससे काफी वक्त तक यातायात बाधित रहा. वहीं, जिले में नींबू, आम और प्याज की फसल को बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है.
नदियां हो गईं लबालब
अमरावती में बारिश का कहर इस तरह बरपा है कि सूख पड़ी नदियां भी लबालब हो गई है. यहां संतरे की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है. सैंकड़ों एकड़ की फसल बारिश में तबाह हो गई है. इसके अलावा पशुपालकों को भी भारी नुकसान हुआ है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिन और बारिश का मौसम जारी रह सकता है.
इन जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 1 और 2 मई को विदर्भ और मराठावाड़ा के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में बेमौसम बारिश के रडार पर एक बार फिर से किसान होंगे. ऐसे में किसानों के सामने अपनी बची-खूची फसलें बचा पाने की चुनौती होगी.