- दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत की तपती धरती के लिए राहत लेकर आने वाली हैं।
- मानसून तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों में छा गया।
नई दिल्ली। अरब सागर से चलने वाली नमी युक्त हवाएं दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत की तपती धरती के लिए राहत लेकर आने वाली हैं। पाकिस्तान सीमा पर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से जम्मू-कश्मीर एवं उत्तराखंड में ओलावृष्टि के असर से मैदानी क्षेत्रों के अधिकतम तापमान में कमी तो अभी से आने लगी है और अगले दो से तीन दिनों में हीट वेव (लू) की स्थिति से भी मुक्ति मिल जाएगी।
राजस्थान में बदलने लगा मौसम
मौसम विभाग का अनुमान है कि दक्षिण-पूर्व में मानसून के आगमन एवं उत्तर-पश्चिम में अरब सागर की नमी युक्त हवा एवं बारिश के असर से पूरे देश के तापमान में तीन से चार डिग्री तक गिरावट आएगी। अरब सागर में चक्रवात की स्थिति बनने के कारण समुद्र की नमी लेकर हवा पश्चिम से पूर्व की ओर बहने लगी है। इसके चलते राजस्थान में मौसम का मिजाज एकबारगी बदलने लगा है। शुक्रवार को भी उत्तर-पूर्वी राजस्थान एवं हरियाणा के पश्चिमी हिस्से में आंधी के साथ वर्षा हुई।
रफ्तार से आगे बढ़ रहा मानसून
आईएमडी के पूर्वानुमान से एक दिन पहले केरल में प्रवेश करने वाला मानसून अपनी रफ्तार में है। अगले कुछ घंटों में ही पूर्वोत्तर के राज्यों में पूरी तरह छा गया। शुक्रवार को बंगाल के भी बड़े हिस्से तक पहुंच गया। हालांकि, इस दौरान केरल में वर्षा की गतिविधियों में कुछ कमी आई है, लेकिन पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश जारी है। अब तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भी बारिश जोर पकड़ने वाली है। इस बार अलनीनो धीरे-धीरे खत्म हो रहा है और ला नीना आ रहा है, जिसे भारतीय महाद्वीप में वर्षा के लिए अच्छा माना जाता है।