कर्नाटक की सियासी जंग को कांग्रेस और भाजपा बार—बार दिल्ली खींच ला रही है दोनों प्रमुख दलों ने आज एक बार फिर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया। कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा ने कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके बेटे प्रियांक खड़गे पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। भाजपा ने चुनाव आयोग के पास अपनी शिकायत में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष और उनके बेटे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है। भाजपा ने दोनों नेताओं पर सख्त कारवाई की मांग चुनाव आयोग से की है।
भाजपा की शिकायत से पहले कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर भाजपा नेताओं पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अफवाह और दुष्प्रचार का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को नफरत फैलाने वाले भाषण नहीं देने चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री शाह कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान नफरत फैलाने वाला भाषण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह कह रहे हैं कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर दंगे होंगे। उन्होंने पूछा कि आखिर शाह के ऐसा कहने का क्या मतलब है? कांग्रेस नेता ने कहा कि हमने खासतौर पर गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी आयोग के समक्ष कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत की जानकारी देते हुए गोयल ने बताया कि कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के लिए जिस तरह की आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह उनकी हताशा को दर्शाता है। भाजपा ने मांग की है कि चुनाव आयोग मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियांक खड़गे के खिलाफ कार्रवाई करे और आदर्श आचार संहिता लागू करे।