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- भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि यह वह भारत है जो तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.
नई दिल्ली, खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह फिलहाल पुलिस से लगातार भाग रहा है. अमृतपाल के समर्थन में ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में कई जगहों पर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया है. खालिस्तान का झंडा हाथ में लेकर इन देशों में भारतीय उच्चायुक्त के ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किए गए हैं. इनमें से कुछ जगहों पर भारतीय दूतावास से तिरंगे को नीचे उतारने की घटनाएं भी सामने आई हैं. इन पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि यह वह भारत है जो तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने बताया कि जिन दूतावासों पर कथित खालिस्तान समर्थकों ने तिरंगे को उतारा था वहां पर पहसे से भी बड़ा तिरंगा लगा दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ खालिस्तानियों के लिए एक संदेश नहीं था बल्कि अंग्रेजों के लिए भी एक बड़ा संदेश था कि यह वह भारत नहीं है जो कि तिरंगे का अपमान बर्दाश्त करेगा. इस दौरान विदेश मंत्री कर्नाटक के धरवाड में बुद्धिजीवियों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा है कि हमने लंदन, कनाडा और सैन फैन्सिस्को में कुछ ऐसे सीन देखे हैं, यहां पर बहुत कम अल्पसंख्यक हैं, लेकिन उनके पीछे कई लोगों को राजनीति हित छिपे हुए हैं. हमारा एक पड़ोसी भी इन्ही में शामिल है इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि आप सभी जानते हैं कौन सा पड़ोसी.
एंबेसियों पर संबंधित देशों का काम है सुरक्षा देना
जयशंकर ने कहा कि भारत की ओर से दूसरे देशों में जो एंबेसी बनाई गई हैं और जहां पर भारत के उच्चायुक्त अपना काम कर रहे हैं, उस देश का कर्तव्य है उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करने का. अगर वे देश ऐसा नहीं करते हैं तो भारत की ओर से भी प्रतिक्रिया दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यह आज का भारत है और वह तिरंगे को नीचे झुकते हुए नहीं देख सकता है. जयशंकर ने बताया कि हमार उच्चायुक्तों ने जहां पर तिरंगे को झुकाया गया था वहां पर और भी बड़ा तिरंगा लगा दिया है. यह सिर्फ कथित खालिस्तानी के लिए संदेश नहीं है बल्कि यह ब्रिटेन के लिए भी एक संदेश है कि यह भारत का (हमारा) तिरंगा है और अगर कोई इसे झुकाने की कोशिश करता है तो हम उसकी जगह पर और बड़ा तिरंगा लगाएंगे.