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- मौसम विज्ञानियों ने आगामी दिनों के लिए तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई है।
- उत्तर पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में तापमान में 4-6 डिग्री की वृद्धि होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, देश में इस समय मौसम का अजब ही हाल है। कभी भीषण धूप तो कभी बारिश और तो और मई महीने में दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों को कोहरा देखने को मिला। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिसों में कोहरे की मोटी चादर छाई रही। इस बीच, गुरुवार को मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए पारे में बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की है। गौरतलब है कि गुरुवार को न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इतना ही नहीं, यह 1901 के बाद मई में तीसरी सबसे सर्द सुबह रही।
पांच से छह डिग्री तक तापमान में होगी बढ़ोतरी
मौसम विज्ञानियों ने आगामी दिनों के लिए तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि उत्तर पश्चिम भारत में अगले तीन दिनों में तापमान में 4-6 डिग्री की वृद्धि होने की उम्मीद है। विभाग ने यह भी संभावना जताई है कि अगले पांच दिनों तक देश के ज्यादातर हिस्सों में लोगों को हीटवेव की स्थिति से जूझना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हीटवेव वाली स्थिति की फिलहाल संभावना नहीं है। आने वाले समय में अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रहेगा। रविवार तक तापमान 32-33 डिग्री के बीच और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री तक रहेगा। उसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होनी शुरू होगी।
पश्चिम में भी मौसम में बदलाव के संकेत नहीं
मौसम विभाग ने पश्चिम भारत को लेकर अगले दो दिनों के लिए भविष्यवाणी की। विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा। हालांकि उसके बाद तापमान में दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
कब तक होगी बारिश?
इसे समझने के लिए हमने मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमआर रानालकर से बात की। उन्होंने कहा, इस हफ्ते ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। इस हफ्ते तक 14 राज्यों में तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा पांच राज्यों में हल्की बारिश और 10 राज्यों में बादल छाए रहने की आशंका है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। मई के दूसरे हफ्ते से बारिश में कमी आने लगेगी। मई के दूसरे हफ्ते के बाद हीट वेव भी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में गर्मी भी बढ़ने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार, मार्च से अप्रैल तक के जिलेवार आंकड़ों के मुताबिक 17 राज्यों के 59% जिलों में सामान्य से बहुत अधिक बारिश हो चुकी है।
2 मई 1969 को दर्ज किया गया सबसे कम तापमान
दो मई 1969 को तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उसके बाद दो मई 1982 को सबसे कम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आमतौर पर राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में मई का महीना साल में सबसे ज्यादा गर्म होता है। इसमें औसतन अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जाता है।