जहाजों द्वारा बनाए गए चार्ट और मानचित्रों की आवश्यकता है।
भारत की सेवा में सावधानीपूर्वक एक संतुलित आत्मनिर्भर बल तैयार कर रहे हैं।
विशाखापट्टनम। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने विशाखापत्तनम में नौसेना डॉकयार्ड में आईएनएस संध्याक के कमीशनिंग समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नौसेना आरोही भारत की सेवा में एक संतुलित ‘आत्मनिर्भर बल’ को सावधानीपूर्वक तैयार करने के लिए समर्पित है। नौसेना प्रमुख कुमार ने कहा, “हम आरोही भारत की सेवा में सावधानीपूर्वक एक संतुलित ‘आत्मनिर्भर बल’ तैयार कर रहे हैं।” आईएनएस संधायक के कमीशनिंग समारोह में भाग लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विशाखापत्तनम पहुंचे हैं, जिनका नौसेना प्रमुख ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हुए शामिल
समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा, “आईएनएस संधायक के कमीशनिंग समारोह के लिए रक्षा मंत्री का हमारे बीच होना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।” उन्होंने कहा, “संध्याक जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘वह जो विशेष खोज करता है’ वास्तव में चार अत्याधुनिक सर्वेक्षण जहाजों के बड़े वर्ग के पहले जहाज के लिए एक उपयुक्त नाम है।”
समुद्र में गूगल मैप का काम करेगी संधायक
नौसेना प्रमुख ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि समुद्र में मानचित्र या चार्ट कितना महत्वपूर्ण है। Google मानचित्र या सिरी जैसा कोई मोबाइल एप्लिकेशन नहीं है, जो हमें हमारे गंतव्य तक ले जाएगा। इसलिए हमें संधायक जैसे सर्वेक्षण जहाजों द्वारा बनाए गए चार्ट और मानचित्रों की आवश्यकता है, जो केवल नौसेना के जहाजों के लिए ही नहीं, बल्कि वाणिज्यिक जहाजों के लिए भी एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए रास्ते को संभव और आसान बनाते हैं।”