जी-20 देशों के सम्मेलन की अगवानी करने के लिए कश्मीर सज गया है। इस अभूतपूर्व हलचल ने स्थानीय लोगों के मन में नई चहक पैदा की है। विकास और पर्यटन उद्योग में नए पंख तो लगेंगे ही। सोश्यल मीडिया में स्थानीय लोग इसे खुलकर अभिव्यक्त कर रहे हैं। जगह-जगह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के होर्डिंग्स लगे हैं। श्रीनगर की बुलेवर्ड सड़क चमक रही है। निऑन लाइटों से तिरंगा हर तरफ दमक रहा है। एक नागरिक ने लिखा-श्रीनगर स्मार्ट सिटी बन गया है।
काश्मीर में 22 मई से जी-20 देशों की समिट होेने जा रही है। दशकों बाद इस राज्य, खासतौर में कश्मीर इलाके में कोई बड़ा आयोजन होने जा रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेस है इसलिए पूरी दुनिया की नजर है। कश्मीर में सम्मेलन करने का एक मजबूत वैश्विक संदेश भी है। कश्मीर को लेकर संविधान का अनुच्छेद 370 समाप्त करने के बाद वहां यह आयोजन भारत के उस पक्ष को बहुत मजबूती से रखता है जिसमें वह कहता है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान सहित कतिपय ताकतों को इससे बेहद ऐतराज है किंतु मोदी सरकार इसे नकारते हुए कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने की प्रक्रिया को बढ़ा रही है।
सोशल मीडिया में कश्मीरी तैयारियों की कई तस्वीरें साझा कर रहे हैं। इनमें वहां पहुंची नई लकदक बसें, डल झील,वहां बड़ी तादाद में तैनात सैनिक व कमांडोज, सजे-संवरे पर्यटन स्थल शामिल हैं। गुलमर्ग सहित सभी पर्यटन स्थलों को विदेशी मेहमानों की अगवानी के लिए तैयार किया गया है। एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन भी आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इंद्रजीत शान लिखते हैं-जी-20 मीटिंगों से कश्मीर घाटी अंतरराष्ट्रीय फिल्मों की शूटिंग का केन्द्र भी बनेगी। पर्यटन सचिव सैयद आबिद शाह ने कहा कि श्रीनगर में होने वाली जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक जम्मू-कश्मीर पर्यटन को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने का एक अवसर है। 150 से अधिक विदेशी और राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के भाग लेने के साथ, यह आयोजन जम्मू-कश्मीर के लिए एक अद्वितीय वैश्विक मंच प्रदान करता है, जहां प्रतिनिधि हमारे क्षेत्र के राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं।
जी20 अध्यक्षता का संदेश लोगों में फैलाने के लिए विभिन्न जिलों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हाल ही में, बारामूला जिले ने गवर्नमेंट बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल से ‘रन फॉर जी-20 वॉकथॉन’ को झंडी दिखाकर रवाना किया।
पाकिस्तान ने G-20 समिट के खिलाफ तैयार किया प्रोपेगैंडा
पाकिस्तान इस समिट से बहुत चिढ़ा हुआ है क्योंकि इससे उसकी कश्मीरी दुकान बंद हो रही है। सम्मेलन के पहले वह यहां दो बड़ी आतंकवादी वारदातें करवा चुका है। अब आईएसआई के बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय इसमें सक्रिय हो गया है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक बकायदा पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इसके अधिकारिक आदेश भी जारी किए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में स्थित अपने दूतावासों को 8 पेज की चिट्ठी भेजी है, जिसमें सभी पाकिस्तानी दूतावासों से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार तेज करने को कहा गया है।
यहां भी प्रोपैगेंडा जारी
पाकिस्तान समर्थित कुछ लोग व समूह इसे लेकर दुष्प्रचार भी कर रहे हैं। वाजिद मिर्जा नाम के व्यक्ति ने पूछा-विकास या उत्पीड़न। बाहर निकलते ही पुलिस वाले परेशान कर रहे हैं। अलगाववादी नेता शब्बीर अली शाह की बेटी भी हड़बोंग मचा रही है।
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