222
- कांग्रेस के पूर्व विधायक राकेश मावई को भी बीजेपी में शामिल करके कांग्रेस को करारा झटका दिया था.
- राकेश मावई की अगुवाई में ही 228 कांग्रेसियों ने बीजेपी ज्वाइन करके कांग्रेस को अलविदा कह दिया है.
ग्वालियर , ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चंबल में कांग्रेस को एक बार फिर से बड़ा झटका दे दिया है. इस बार सिंधिया ने मुरैना जिले के तमाम पदाधिकारी समेत 228 कांग्रेसियों को बीजेपी में शामिल करके कांग्रेस की हालत खराब कर दी है. पिछले दिनों सिंधिया ने मुरैना से कांग्रेस के पूर्व विधायक राकेश मावई को भी बीजेपी में शामिल करके कांग्रेस को करारा झटका दिया था. अब राकेश मावई की अगुवाई में ही 228 कांग्रेसियों ने बीजेपी ज्वाइन करके कांग्रेस को अलविदा कह दिया है. दरअसल, मुरैना विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रहे राकेश मावई अपनी पार्टी से नाराज चल रहे थे. विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज राकेश मावई ने पिछले दिनों भाजपा का दामन थाम लिया था. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष दिल्ली पहुंचकर राकेश मावई ने बीजेपी की सदस्यता ली. कांग्रेस यह झटका अभी खेल भी नहीं पाई थी कि सिंधिया ने राकेश मावई के माध्यम से कांग्रेस को एक बार फिर से जोरदार झटका देते हुए मुरैना के तमाम पदाधिकारी समय 228 कांग्रेसियों को बीजेपी में शामिल कर लिया है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार सिंधिया के ग्वालियर स्थित जय विलास पैलेस में राकेश मावई कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे थे. यहां सिंधिया के समक्ष सभी पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी ज्वाइन कर ली. बीजेपी में शामिल होने वाले पदाधिकारियों में मुरैना की महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष संजू शर्मा, अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष हसनैन खान, बानमोर ब्लॉक के सभी मंडल अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष एवं मुरैना दक्षिण के सभी सेक्टर और मुरैना उत्तर के 15 सेक्टर एवं 7 मंडल एवं जिला पदाधिकारी और ब्लॉक पदाधिकारी समेत आईटी सेल की प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी शामिल हैं. कुल मिलाकर 228 लोगों ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. लोकसभा चुनाव के पहले सिंधिया लगातार कांग्रेस को झटका देते नजर आ रहे हैं. जिस तरीके से मुरैना के इन तमाम पदाधिकारी और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की है, उससे लगता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा होने जा रहा है.