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स्वराज भवन में सामूहिक चित्र प्रदर्शनी शुरू, 22 चित्रकारों ने पिता की कहानियों को कैनवास पर उकेरा

पिता बच्चों के संघर्ष में हौंसलों की दीवार है, उनका प्रेम अनमोल होता है, जो बाहर से कठोर लेकिन अंदर से कोमल होता है। पिता के ऐसे ही कई रूप गुरुवार को स्वराज वीथि में नजर आए, जहां फॉदर डे की थीम पर सामूहिक चित्रकला प्रदर्शनी कमली का आयोजन किया गया। कमली आर्ट एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में 22 चित्रकारों ने फॉदर डे की थीम पर अपने चित्रों को प्रदर्शित किया है। हर चित्र अपने आप में पिता की एक कहानी कहता नजर आता है। किसी चित्र में पिता का अपने बच्चों के प्रति प्यार नजर आता है, तो किसी चित्र में उनके न होने का अहसास। 17 जून तक चलने वाली यह प्रदर्शनी दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुली रहेगी। 

कच्ची मिट्टी के सामान बच्चे को आकार देता है पिता 

चित्रकार जहेरा कागजी ने अपने कैनवास पर घड़े को आकार देते हुए कुम्हार के चित्र को प्रदर्शित किया है। जहेरा का कहना है कि इस चित्र के माध्यम से मैंने बताया कि बच्चा एक कच्ची मिट्टी के सामान होता है। पिता उसे जिस रूप में ढालता है, वह उस रूप को धारण कर लेता है। पिता को कर्तव्य, दायित्व और परवरिश ही उसके बच्चे को सही आकार देती है। जहेरा ने बताया कि वे वैसे तो लगभग 25 साल से पेंटिंग कर रही हैं, लेकिन प्रोफेशनली पेंटिंग पांच-छह साल पहले से शुरू किया। मैं रियलिस्टिक वर्क करती हूं और आयल एवं पेंसिल मीडियम में पेंटिंग करना पसंद करती हूं। 

बच्चों के लिए वे अंदर से काफी नर्म होते हैं

गार्गी ने अपनी पेंटिंग में पिता के प्यार को दिखाया है। इस पेंटिंग में पिता अपनी बेटी के बालों को संवार रहा है, जिसे उन्होंने मधुबनी में तैयार किया है। गार्गी ने बताया कि इस पेंटिंग के माध्यम से वह यह बताना चाहती हैं कि भले पिता को नारियल की तरह कठोर हृदय वाला माना जाता है, लेकिन अपने बच्चों के लिए वे अंदर से काफी नर्म होते हैं। गार्गी बताती हैं कि वे सारे मीडियम में कार्य करती हैं और फोक आर्ट करना ज्यादा पसंद करती हैं। 

मिक्स मीडियम में काम करती है

पिता के न होने का दर्द केवल वही महसूस कर सकता है, जिसने अपने पिता को खोया है। कुछ ऐसे ही दर्द को आर्टिस्ट अनमोल खान ने अपनी पेंटिंग में दिखाया है। अनमोल ने बताया कि इस पेंटिंग में ऐसे बच्चे का दर्द दिखाया है जिसके पिताजी नहीं हैं। वह बच्चा उनकी छवि का छू रहा है और उनके होने का अहसास कर रहा है। अनमोल ने बताया कि वे मिक्स मीडियम में काम करती हैं और पहली बार बिना मिक्स मीडियम में यह पेंटिंग तैयार की है। मेरी सभी पेंटिंग ब्लेक एंड व्हाइट कलर में होती हैं।

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