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- समुद्र में डूबे टाइटैनिक का मलबा दिखाने वाली एक टूस्टिस्ट पनडुबी अटलांटिक महासागर में लापता हो गई है.
- पनडुब्बी में पांच लोग सवार थे बताया जा रहा है कि ये पनडुब्बी रविवार को दक्षिणपूर्वी कनाडा के तट से लापता हो गई.
समुद्र में डूबे टाइटैनिक का मलबा दिखाने वाली एक टूस्टिस्ट पनडुबी अटलांटिक महासागर में लापता हो गई है. इस पनडुब्बी में पांच लोग सवार थे. बताया जा रहा है कि ये पनडुब्बी रविवार को दक्षिणपूर्वी कनाडा के तट से लापता हो गई. पनडुब्बी की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है. जानकारी के मुताबिक, ये पनडुब्बी जहाज का संचालन करने वाली एक प्राइवेट कंपनी ओशनगेट एक्सपेडिशंस की है. सोमवार को कंपनी ने बीबीसी और अन्य मीडिया को जारी एक संक्षिप्त बयान में कहा कि उसका पनडुब्बी से संपर्क टूट गया है और वह उसपर सवार लोगों को बचाने के लिए सभी विकल्प जुटा रहा है. वहीं यूएस कोस्ट गार्ड की क्षेत्रीय शाखा ने सोमवार को कहा कि वह टाइटैनिक जहाज़ के मलबे के आसपास, अटलांटिक महासागर में एक पनडुब्बी की तलाश कर रहे हैं. यूएससीजी नॉर्थईस्ट ने कहा, “एक यूएस कोस्ट गार्ड सी -130 चालक दल केप कॉड से लगभग 900 मील दूर एक कनाडाई शोध पनडुब्बी की तलाश कर रहा है.” इसने ये भी कहा कि पानी के भीतर पता लगाने की क्षमता वाला एक कनाडाई विमान खोज में मदद कर रहा है. इसके साथ ही यूएस कोस्ट गार्ड ने बताया कि कनाडाई अनुसंधान पोत पोलर प्रिंस भी इस पनडब्बी की तलाश में जुटा है. बता दें कि ये पनडुब्बी 21 फुट की है जिसमें एक बार में 5 लोग ही टाइटैनिक जहाल का मलबा देखने के लिए समुद्र की गहराई में जा सकते हैं. ओशनगेट एक्सपेडिशंस ने कहा, “सबमर्सिबल के साथ संपर्क फिर से स्थापित करने के हमारे प्रयासों में हमें कई सरकारी एजेंसियों और गहरे समुद्र की कंपनियों से मिली व्यापक मदद के लिए हम बहुत आभारी हैं.”
पनडुब्बी में मौजूद है 96 घंटे के लिए ऑक्सीजन
यूएस कोस्ट गार्ड के एक कमांडर, रियर एडमिरल जॉन माउगर ने कहा, आने वाले दिनों में अतिरिक्त संसाधन पहुंचेंगे. यह एक दूरस्थ क्षेत्र है और उस दूरस्थ क्षेत्र में खोज करना एक चुनौती है. उन्होंने कहा, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग कर रहे हैं जो लापता पनडब्बी का पता लगा सके और उसमें सवार लोगों की जान बचा सके. कंपनी ओशनगेट के एक सलाहकार डेविड कॉनकैनन ने कहा कि सबमरीन पोत में 96 घंटे की ऑक्सीजन की आपूर्ति रविवार सुबह 6 बजे शुरू हुई थी.
टाइटैनिक में सवार थे 2200 लोग
15 अप्रैल 1912 को 2224 लोगों को लेकर जा रहा टाइटैनिक जहाज समुद्र में डूब गया था. जिसमें 1500 लोगों की मौत हो गई. टाइटैनिक की ये पहली यात्रा थी जो साउथहैम्पटन से न्यूयॉर्क जा रहा था. लेकिन एक विशालकाय ग्लेशियर से टकराने के बाद टाइटैनिक ते जो टुकड़े हो गए. उसके बाद शक्तिशाली जहाज समुद्र में डूब गया.
टूरिस्ट पनडुब्बी में आ सकते हैं पांच लोग, इतना होता है किराया
कंपनी की जानकारी के अनुसार, टाइटन पनडुब्बी में आमतौर पर पांच लोग आ सकते हैं. जिसमें एक कप्तान, टाइटैनिक के मलबे का एक विशेषज्ञ और तीन मेहमान शामिल हैं. टाइटैनिक के मलबे को देखाने वाला ये टूर अक्सर कई दिनों तक चलता है. जिसमें प्रति व्यक्ति लगभग $250,000 यानी 20274000 रुपये का खर्च आता है. टाइटैनिक के मलबे की साइट पर को ट्रैक करने के लिए ओशनगेट पुरातत्वविदों और अन्य विशेषज्ञों को भी साथ लेकर जाता है.