ब्रिटेन के नए राजा किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला की ताजपोशी हो गई है। शनिवार यानी 6 मई को लंदन के वेस्टमिंस्टर ऐबे चर्च में ताजपोशी की रस्में सम्पन्न हुई। इसके बाद आर्चबिशप ने किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला को ताज पहनाया। किंग चार्ल्स ने 70 साल बाद 1661 में बना सेंट एडवर्ड का ताज पहना, वहीं क्वीन ने पहली बार बिना कोहिनूर के ताज पहना। आपको बता दें कि इससे पहले 1953 में किंग चार्ल्स की मां यानी महारानी एलिजाबेथ की ताजपोशी हुई थी।
चार्ल्स के ताजपोशी में 2200 मेहमान जुटें
सेरेमनी में दुनिया के करीब 200देशों से मेहमान शामिल हुए हैं। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज, EU प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रपति एंथनी अल्बनीज सहित 2200 लोग शामिल हुए हैं।
भारत के ये मेहमान हुए शामिल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी इस समरोह में भारत के तरफ शामिल हुई। हालाकि चार्ल्स की ताजपोशी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित किया था, लेकिन उनके स्थान पर धनखड़ कार्यक्रम में शामिल हुए। इसकी अलावा सोनम कपूर इस ताजपोशी इवेंट में कॉमनवेल्थ वर्चुअल क्वायर का परिचय देंगी।
ताजपोशी पर करोड़ों रुपए हुए खर्च
किंग चार्ल्स की ताजपोशी में करीब एक हजार करोड़ रुपए का खर्च आया है। इसमें रॉयल खजाने से नहीं बल्कि ब्रिटेन के टैक्सपेयर्स की जेब से लिया गया है। इसे के चलते ताजपोशी समारोह का विरोध भी हुआ है।