बिलावल भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की और उन्हें देश के लिए मिलकर काम करने का न्योता दिया।
इस्लामाबाद, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीटी) केंद्र और पंजाब प्रांत में गठबंधन सरकार बनाने पर राजी हो गई हैं। पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने पीपीपी के प्रमुख बिलावल भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की और उन्हें देश के लिए मिलकर काम करने का न्योता दिया। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी दी गई।
45 मिनट तक चली बैठक
सूत्रों ने बताया कि जरदारी और शहबाज पंजाब और केंद्र में सरकार बनाने पर राजी हो गए हैं। दोनों दल अगली बैठक में अपने विचार रखेंगे और सत्ता में साझेदारी के फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे कि कौन व्यक्ति कौन सा पद संभालेगा। बैठक 45 मिनट तक चली।
नवाज ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था
पीएमएल-एन के सुप्रिमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक दिन पहले देश को बचाने के लिए गठबंधन सरकार बनाने के लिए सभी सियासी दलों को आमंत्रित किया था। लाहौर के मॉडल टाउन में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नवाज शरीफ ने दावा किया था कि पीएमएल-एन चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस दौरान शहबाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज वहां मौजूद थे।
जनादेश का सम्मान करते हैं: नवाज शरीफ
तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ ने कहा था, “मैं समझता हूं देश को इस मुसीबत के भवंर से बाहर निकालना हमारी जिम्मेदारी है। हम सभी को पाकिस्तान को मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए आमंत्रित करते हैं। आइए, एक साथ बैठते हैं। सभी जानते हैं कि देश के लिए किसने क्या किया है। सभी पीएमएल-एन के ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में जानते हैं।” उन्होंने कहा, “हम अन्य सभी दलों के जनादेश का सम्मान करते हैं, चाहे वह पार्टी हो या निर्दलीय लोग। हम उन्हें आमंत्रित करते हैं कि वे आएं और हमारे साथ बैठकर पाकिस्तान को मुश्किलों से बाहर निकालें। हमारा एजेंडा पाकिस्तान की समृद्धि है।”
आम चुनाव में किस दल को कितनी सीटें
266 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में सबसे ज्यादा 97 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इनमें भी ज्यादातर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार हैं। चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन पार्टी को 72 सीटों पर जीत हासिल हुई है। जबकि, पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की पीपीपी ने 52 सीटों पर जीत हासिल की है।