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- बंगाल की खाड़ी स्थित सात देशों के बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग मंच बिम्सटेक को पर्यटन का एक सीमा-मुक्त क्षेत्र बना दिया जाना चाहिए
कोलंबो, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बंगाल की खाड़ी स्थित देशों के मंच बिम्सटेक को पर्यटन के लिहाज से एक सीमा-मुक्त क्षेत्र बनाने का सुझाव दिया है। बता दें, बिम्सटेक में भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमा, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं विक्रमसिंघे गुरुवार को भारतीय ट्रैवल एजेंट संघ (टीएएआई) के 67वें वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी स्थित सात देशों के बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग मंच बिम्सटेक को पर्यटन का एक सीमा-मुक्त क्षेत्र बना दिया जाना चाहिए। चार दिवसीय टीएएआई सम्मेलन का विषय ‘सीमाओं को पार करना, जीवन को बदलना’ है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका को दिवालियापन का सामना करना पड़ा और अब जब हम इससे बाहर निकल रहे हैं, तो ऋण पुनर्गठन प्रक्रिया हो रही है। उन्होंने कहा कि हमें अभी भी याद रखना होगा कि व्यापार संतुलन हमारे पक्ष में नहीं है। इसलिए, हमें आने वाले समय में व्यापार का सकारात्मक संतुलन सुनिश्चित करना होगा। धन जुटाने का एक तरीका जो ऋण पैदा करने वाला नहीं है, वह पर्यटन है। इसलिए इसका भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा। विक्रमसिंघे ने श्रीलंका को 2022 के संकट से तेजी से उबरने में मदद करने के लिए उनकी सरकार द्वारा बनाई गई सात गोल्फ कोर्स और अधिक रिसॉर्ट्स सहित कई परियोजनाओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र की योजनाओं को समायोजित करने के लिए कुछ कानूनों में बदलाव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 10 वर्षों में आपके पास एक नया उद्योग होगा। इसके लिए हमें अपनी संपर्क सुविधाओं को भी तैयार करना होगा। विक्रमसिंघे ने कहा कि मेरा सुझाव है कि समूचे बिम्सटेक को ही क्यों नहीं एक व्यापक पर्यटन क्षेत्र बना दिया जाए। हम बिम्सटेक को खोलते क्यों नहीं हैं? हम बंगाल की खाड़ी का इस्तेमाल समुद्रा सफर के लिए क्यों नहीं करते?’ उन्होंने कहा कि बिम्सटेक को खोलने से यह बाहर से यहां आने वाले किसी भी सैलानी के लिए एक सीमा-मुक्त व्यापक पर्यटन क्षेत्र बन जाएगा। श्रीलंका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन का योगदान लगभग 5 प्रतिशत है, जिसमें ब्रिटेन, भारत और चीन मुख्य बाजार हैं। पर्यटन विकास प्राधिकरण के अनुसार, पिछले साल श्रीलंका में 719,978 पर्यटक आए थे, जो साल 2021 की तुलना में 270.2 प्रतिशत अधिक थे। दरअसल, साल 2021 में 194,495 पर्यटक यहां आए थे।