ईरान और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव के बीच पाकिस्तान के समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के निमंत्रण पर ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन इस्लामाबाद पहुंचे। नूर खान एयरबेस पर पहुंचने पर, ईरानी विदेश मंत्री का अफगानिस्तान और पश्चिम एशिया के लिए पाकिस्तान के अतिरिक्त विदेश सचिव रहीम हयात कुरेशी ने स्वागत किया। सूचना के मुताबिक अपनी यात्रा के दौरान, अब्दुल्लाहियन संबंधों को पटरी पर लाने
के लिए अपने पाकिस्तानी समकक्ष जिलानी और पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर के साथ ऋण मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
नूर खान एयरबेस पर उनका स्वागत
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने एक्स पर आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट कर बताया, ईरान के विदेश मंत्री अमीरबदोलाहियान, पाक के विदेश मंत्री जलीलजिलानी के निमंत्रण पर इस्लामाबाद पहुंचे हैं। अतिरिक्त विदेश सचिव (अफगानिस्तान और पश्चिम एशिया) रहीमहयात ने नूर खान एयरबेस पर उनका स्वागत किया। उन्होंने आगे कहा, ‘यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन विदेश मंत्री जिलानी के साथ गहन बातचीत करेंगे और प्रधान मंत्री अनवर उल हक काकर से मुलाकात करेंगे।
खुफिया-आधारित ऑपरेशन
गौरतलब है कि 16 जनवरी को, तेहरान ने दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे। 18 जनवरी को पाकिस्तान ने जवाबी हमले में ईरान के अंदर हमले किए। एक बयान में, पाकिस्तानी सेना ने बताया था कि ‘आतंकवादी संगठन’, अर्थात् बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) को एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन कोड-नाम ‘मार्ग बार सरमाचर’ में सफलतापूर्वक मारा गया।
पाकिस्तान ने संबंधों में सुधार पर दिया जोर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘जैसे को तैसा’ हमले हाल के वर्षों में सीमा पार से होने वाली सबसे बड़ी घुसपैठ थी और 7 अक्तूबर को इज्राइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से मध्य पूर्व में व्यापक अस्थिरता को लेकर चिंता बढ़ गई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ईरान स्थिति पर काबू पाने और आतंकवाद-निरोध पर निकट समन्वय में काम करने पर सहमत हुआ। पाकिस्तानी मंत्री ने अपने ईरानी समकक्ष
अब्दुल्लाहियन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और दोनों देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर जोर दिया।