संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे भारत और पाकिस्तान के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। प्रधानमंत्री मोदी के नोबेल पीस अवॉर्ड के लिए नोमिनेशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत का प्रभाव अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और इंटरनेशनल फोरम्स पर बढ़ा है। यूएई में 25 साल से काम कर रहे एक भारतीय ने कहा कि मुस्लिम देशों का उनके लिए जो परसेप्शन था वह बदला है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम देशों में पीएम मोदी की इमेज कट्टर हिंदू की थी, लेकिन जब इन देशों ने प्रधानमंत्री की नीतियां देखीं तो उन्हें पता चला कि वह सबको साथ लेकर चलते हैं।
हिंदू होगा तो वह जस्टिस नहीं देंगे
यह भारतीय लैंड डिपार्टमेंट गवर्मेंट ऑफ दुबई में कम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह सीनियर लेवल पर हैं और अकेले हिंदू हैं। एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए अधिकारी ने कहा, हर इंसान पर एक इंप्रेशन होता है। जब पीएम नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो पूर दुनिया के मुस्लिम देशों का परसेप्शन
अलग था। वे सोच रहे थे कि ये तो कट्टर हिंदू होगा तो वह जस्टिस नहीं देंगे।
पीएम मोदी ने फॉरेन पॉलिसी ने दोस्ती दिखाई
भारतीय अधिकारी ने कहा कि बाहर से बैठकर बातें करना अलग बात है, जो मुल्क के बड़े-बड़े लोग होते हैं उनको पता होता है कि क्या वह क्या कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि मुस्लिम देशों ने देखा कि पीएम मोदी सबको लेकर चल रहे हैं और जो नए नियम और सिस्टम लेकर आ रहे हैं वह सबको मदद कर रहा है। अधिकारी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने फॉरेन पॉलिसी में दोस्ती दिखाई। वह वॉर से दूर रहते हैं। भारत अभी से नहीं बहुत पहले से किसी भी इंटरनेशनल वॉर से दूर रहता है। अपनी राय रखता है और दूर रहता है। उन्होंने कहा कि दूसरा पीएम मोदी ने दूसरे देशों की यात्राएं कीं और अपने देश में जो हो रहा है उसकी मार्केटिंग की और दिखाया कि दूसरे देश अगर भारत में इनवेस्टमेंट करेंगे तो आपको रिटर्न मिलेगा और उन्होंने वह करके भी दिखाया।
गुजरात मॉडल को डेवलप किया
विशेषज्ञों ने कहा, गुजरात मॉडल बहुत फेमस है। प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी गुजरात के तीन बार मुख्यमंत्री रहे। पहले इंडिया का जो सिस्टम था उसमें बिजनेस करना बहुत मुश्किल था। मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी ने सिस्टम को आसान बनाया और गुजरात मॉडल को डेवलप किया और उसी मॉडल को इंडिया को दिखाया।
मोदी को लेकर क्या बोले पाकिस्तानी
पाकिस्तानी प्रोफेसर ने इस पर कहा, इंडियन प्राइम मिनिस्टर को लेकर बात करूं तो मैं पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के समय से फॉलो कर रहा हूं कि उन्होंने बहुत अच्छा परफॉर्म किया। जब मोदी जी पीएम बने तो फर्स्ट टर्म में उन्हें लेकर जो नेगेटिव प्रोपेगेंडा था, उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से रिलेट करना, लेकिन सेकेंड टर्म में उनकी इमेज बहुत बेहतर हुई है। प्रोफेसर ने कहा, ‘यह मैं सिर्फ कह नहीं रहा आप खुद स्टेटिक्स देखें इंटरनेशनल कम्यूनिटी और ग्लोबल लीडर्स के जो इंटरनेशनल फोरम्स हैं। उनमें जाकर आप देखें तो किस तरह से उनकी बात को सुना गया, उन्हें स्पेस दिया गया और जो ग्लोबल इकोनॉमी पर इंडियन इंफ्लुएंस बढ़ा है।