- किशमिश में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं।
- खाली पेट किशमिश भिगोकर खाने से काफी फायदा मिलता है ।
किशमिश, ड्राई फ्रूट की श्रेणी में शामिल है, इसे अंगूरों को सुखाकर तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया में अंगूरों को लगभग तीन हफ्तों तक धूप में सुखाकर उसका मॉइस्चर निकाला जाता है। किशमिश का सेवन अलग- अलग मौसम में अलग- अलग तरीके से किया जाता है। गर्मी के मौसम की बात करें तो लोग इसका सेवन भिगोकर करते हैं क्योंकि भिगने से इसकी तासीर और असर दोनों बदल जाते हैं ।किशमिश को भिगोकर सेवन करने से दांतों और हड्डियों पोषक मिलता है। इसी तरह सर्दियों मौसम में लोग इसे गुड़ के साथ खाना पसंद करते क्योंकि गुड़ की तासीर गर्म होती है। तो आइए जानते है किशमिश के सेवन के फायदे।
किशमिश में आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं। वैसे लोग जो एनीमिया जैसी समस्या से जूझ रहे हैं । और जिनके शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी है। उन्हें किशमिश का सेवन जरूर करना चाहिए । बच्चे हो या बड़े हर रोज सुबह खाली पेट किशमिश भिगोकर खाने से काफी फायदा मिलता है ।इसके सेवन से थकान और कमजोरी भी चली जाएगी ।शरीर में हीमोंग्लोबिन का स्तर भी धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। किशमिश कई सारे पोषक तत्वों जैसे कार्बोहाइड्रेट, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम विटामिन और प्रोटीन पोटैशियम इत्यादी से भरपूप हैं। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद हैं।
आज कल आंखों की समस्या काफी बढ़ गई हैं। छोटे – छोटे को भी आंखों की समस्या हो रही हैं ।कम उम्र में ही बच्चों को चश्मा लग जा रहा हैं। ऐसे में बच्चे बड़े सभी को किशमिश का सेवन चाहिए क्योंकि इसमें विटामिन ए, बीटा कैरोटीन, एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं।हृदय रोग को दूर करने के लिए भी किशमिश का सेवन बहुत लाभदायक हैं । एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक किशमिश खराब कोलेस्ट्रॉल यानी कि एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड को कम कर सकती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाले हृदय रोग के जोखिम से बचा जा सकता है।किशमिश का सेवन करने से ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होता हैं।किशमिश में डाइटरी फाइबर और प्रोबायोटिक पाए जाते हैं जो वजन नियंत्रण करने में मददगार हैं ।किशमिश में कार्बोहाइड्रेट और अमिनों एसिड पाया जाता है ।जो हमारे शरीर को उर्जा देता हैं।
(रिंकी कुमारी)