हिंदुत्व पर लगातार हमला कर रहे राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक, नफरती और झूठा बताने के बाद अब ‘राम मंदिर आंदोलन’ को हराने की बात कहकर नई बहस खड़ी कर दी है। इसके साथ ही कांग्रेस पर हिन्दू विरोधी और मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करने में आरोपों को भी पुष्ट किया है। हिंदुत्व के खिलाफ आ रहे राहुल गांधी के लगातार बयान आने वाले समय में कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाएंगे। भले ही यह बात अभी राहुल गांधी और कांग्रेस के नेताओं को समझ नहीं आ रही होगी। हिन्दू समाज साफतौर पर यह अनुभव कर रहा है कि थोड़ा ही मजबूत होने पर कांग्रेस इस प्रकार हिंदुत्व को निशाना बना रही है, यदि वह सत्ता में आ जाती तब क्या करती? पूर्व में कांग्रेस में रहे आचार्य प्रमोद कृष्णन ने एक बार फिर दोहराया है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर को स्वीकार नहीं कर पा रही है। कांग्रेस का बस चले तो वह राम मंदिर को वहां से हटा दे। इस संदर्भ में उन्होंने राहुल गांधी के गुजरात में दिए गए बयान का भी उल्लेख किया है। निःसंदेह, राहुल गांधी का बयान हिंदुत्व और राम मंदिर को लेकर उनकी नकारात्मक सोच का परिचायक है। कांग्रेस मुख्य नेता राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया गठबंधन ने अयोध्या में भाजपा को हराकर राम मंदिर आंदोलन को पराजित कर दिया है, जिसे लालकृष्ण आडवाणी ने शुरू किया था। हिंदुत्व का विरोध करते समय राहुल गांधी यह भूल गए कि ‘राम मंदिर आंदोलन’ स्वतंत्र भारत का ऐसा आंदोलन है, जिसके परिणामस्वरूप हिंदुओं का लगभग 500 वर्ष की प्रतीक्षा पूरी हुई है। यह भारत का यशस्वी आंदोलन है, जिसके साथ सम्पूर्ण भारत जुड़ा था। इस आंदोलन को हराने के प्रयास कांग्रेस, कम्युनिस्ट और समाजवादी पार्टी ने खूब किया, लेकिन वे कभी सफल नहीं हुए। सफलता तो रामभक्तों के हिस्से आयी। इस आंदोलन की सफलता के लिए हिंदुओं ने तन-मन-धन से ही नहीं अपितु प्राणों की आहुति भी दी है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर जो भव्य मंदिर आकर ले रहा है, वह राम मंदिर आंदोलन की विजय का प्रतीक है। अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम के बाल विग्रह ‘रामलला’ की प्राण प्रतिष्ठा, राम मंदिर आंदोलन की विजय का साक्षी है। राम मंदिर आंदोलन की जीत को अनुभव करना हो तो भारत के करोड़ों हिंदुओं की आँखों में देखना होगा। राम मंदिर की विजय गाथा अगर सुनना हो तो राहुल गांधी को उन सब करोड़ों लोगों के अनुभव सुनने चाहिए, जिन्होंने अपनी जमा पूंजी राम मंदिर के निर्माण के लिए दी। हिंदुत्व की राजनीति को कमजोर करने के लिए एक और विमर्श कांग्रेस खड़ा करने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने भाजपा को अयोध्या में हरा दिया। जबकि वास्तविकता यह है कि भाजपा अयोध्या में जीती है। जिस लोकसभा सीट को कांग्रेस अयोध्या कहने लगी है, उसका नाम फैज़ाबाद है। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस के शरारत कर रही है। एक झूठ के सहारे वह हिंदुओं को हतोत्साहित करने की कोशिश में है और मुस्लिम तुष्टिकरण के प्रयास कर रही है। लेकिन, कांग्रेस को समझना होगा कि झूठ के पांव नहीं होते। वह दूर तक नहीं जा सकता। धीरे-धीरे उसकी मानसिकता हिन्दू समाज को समझ आने लगी है। इसलिए कांग्रेस की रणनीति और राहुल गांधी के हिन्दू विरोधी बयान कांग्रेस को गंभीर क्षति पहुंचाने वाले साबित होंगे।
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