मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी महत्वपूर्ण योजना ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ का विस्तार करते हुए अब तीर्थयात्रियों को हवाई जहाज से यात्रा करना शुरू किया है। प्रदेश सरकार के इस नवाचारी प्रयोग को लेकर उत्साह का वातावरण है। सभी वर्गों की ओर से सरकार की सराहना की जा रही है कि सरकार ऐसे लोगों को हवाई जहाज से तीर्थयात्रा सम्पन्न करने का अवसर दे रही है, जिनके लिए तीर्थयात्रा और हवाई जहाज में बैठना, दोनों ही कठिन काम थे। पहले दो जत्थे जब हवाई जहाज से यात्रा पर गए, तब उनके चेहरे पर प्रसन्नता के जो भाव उभरकर आ रहे है, वे इस बात की पुष्टी करते हैं कि सरकार को इन बुजुर्गों का खूब आशीर्वाद मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अनुभव किया कि प्रदेश में ऐसे बुजुर्गों की बड़ी संख्या है, जो धार्मिक वृत्ति के हैं, अपने आस्था केंद्रों का दर्शन करने की अभिलाषा मन में रखते हैं लेकिन उनकी इच्छाओं की पूर्ति में आर्थिक कारण बाधक बनकर खड़े हो जाते हैं। हिन्दू समाज के मन में यह भाव भी आता था कि कांग्रेस एवं गैर-भाजपा सरकारों ने अन्य संप्रदाय के लोगों को तो अपनी धार्मिक यात्राएं पूरी करने के लिए आर्थिक सहयोग देने की व्यवस्था की थी लेकिन उन्हें हिन्दुओं की सुध नहीं रही। जैसे, हज यात्रा पर जाने के लिए मुसलमानों को देशभर में सहयोग दिया जाता था। सारी व्यवस्था और हिन्दू समाज के मर्म को समझते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2012 में बुजुर्गों के लिए ‘तीर्थ दर्शन’ की योजना बनायी और उसे धरातल पर उतारा। इस योजना के अंतर्गत 3 सितंबर, 2012 को भोपाल से रामेश्वरम पहली तीर्थ दर्शन रेल चलाई गयी थी। शुरुआत में सरकार ने बद्रीनाथ, जगन्नाथपुरी, केदारनाथ, द्वारका, अमरनाथ, हरिद्वार, तिरुपति, अजमेर शरीफ, वैष्णोदेवी, शिर्डी, काशी, (वाराणसी ), गया, श्रवण बेलगोला, वेलगनी चर्च (नागपट्टम), अमृतसर, रामेश्वरम, सम्मेद शिखर, की तीर्थ यात्रा का प्रावधान किया गया था। लेकिन तीर्थ दर्शन के लिए नागरिकों के उत्साह को देखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर वर्ष 2017-18 में कुछ अन्य तीर्थ दर्शनों जैसे – गंगासागर, पटना साहिब, कामाख्या देवी, गिरनारजी एवं मध्य प्रदेश के तीर्थ स्थल – उज्जैन, मेहर, चित्रकूट, रामराजा मंदिर ओरछा एवं ओंकारेश्वर/महेश्वर तथा मूडवारा को भी इस योजना के अंतर्गत सम्मिलित किया गया। इस योजना के लिए जनता की ओर से शिवराज सरकार को अपार जनसमर्थन प्राप्त हुआ। पाँव-पाँव वाले भैया के नाम से विख्यात शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बिटिया योजना शुरू करके सबके मामा के रूप में चर्चित हो रहे थे तभी बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने के कारण जनता उन्हें श्रवण कुमार कहने लगी थी। जनता के मन को समझनेवाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी इस बहुचर्चित एवं बहुप्रशंसित योजना में विस्तार कर हवाई जहाज से यात्रा कराना प्रारंभ कर दिया है। दरअसल, सरकार को यह प्रतिपुष्टी मिल रही होगी कि ट्रेन की लंबी यात्राओं में जाने पर बुजुर्गों को परेशानियों को सामना करना पड़ता है। लंबी यात्राओं से उनके स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के इस चरण में हवाई जहाज से यात्रा को भी शामिल कर लिया है। आनेवाले दिनों देशभर के विभिन्न तीर्थों की ओर मध्यप्रदेश से और भी हवाई जहाज उड़ते दिखायी देंगे। नि:संदेह यह योजना अनेक गरीब परिवारों की अभिलाषाओं को पूर्ण करनेवाली योजना सिद्ध हो रही है। इस योजना को लेकर बुजुर्गों में ही नहीं अपितु युवा पीढ़ी में भी उत्साह है। युवा पीढ़ी इसलिए संतुष्ट है कि सरकार उनके बुजुर्ग माता-पिता को तीर्थ दर्शन कराकर उनकी एक चिंता को कम करने में अपनी भूमिका निभा रही है।
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