मूर्ति की धातु मत देखिए
मूर्ति किसी भी वस्तु की हो सकती है। स्मरण कीजिए, लंका युद्ध के पूर्व श्री राम द्वारा शिवलिंग की स्थापना हेतु
मूर्ति किसी भी वस्तु की हो सकती है। स्मरण कीजिए, लंका युद्ध के पूर्व श्री राम द्वारा शिवलिंग की स्थापना हेतु
शास्त्रों में लिखा है कि हर इंसान के तीन आँखे होती हैं। लेकिन पूरे ब्रम्हांड में सिर्फ शिव ऐसे हैं, जिनकी
जिस सत्य से अधर्म, अनीति और अमंगल को प्रश्रय (प्रोत्साहन) मिलता हो, वह सत्य भी किसी काम का नहीं। सत्य हर
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