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मोदी – गारंटी के युग में नया दायित्व, नई उम्मीद

  • भूपेन्द्र सिंह
    2003 से लेकर 2023 तक के अंतराल में देश के हृदय प्रदेश मध्य प्रदेश में लंबी विकास यात्रा की है। 2003 में भाजपा ने 173 सीट जीत कर प्रदेश के सत्ता सूत्र संभाले थे। 2023 में भाजपा ने 163 सीट जीत कर दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। 2023 में भाजपा ने 2003 की तुलना में दस सीट जरूर कम जीती है लेकिन जनता का विश्वास पाने के मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी विजय है। 2003 में 42 फीसदी वोट पाने वाली भाजपा ने सारे रिकार्ड तोड़ते हुए 2023 में सर्वाधिक 48 फीसदी वोट पाए हैं। यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पर जनता के विश्वास के कारण संभव हुआ है। इस परिणाम से यह साबित हुआ है कि ‘मोदी के मन में एमपी’ है और ‘एमपी के मन में मोदी’ हैं। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार अब मोदी की गारंटी को मैदान में सच साबित करने के लिए प्राण प्रण से जुट गई है। जनता के इस भरोसे को कायम रखने का बड़ा जिम्मा विधायिका का है और विधायिका के संचालन का दायित्व पार्टी ने अपने सबसे विश्वसनीय, शांत और सुलझे हुए नेता दिमनी से विधायक श्री नरेंद्र सिंह तोमर को सौंपा है। पार्टी के विश्वाास पर हमेशा खरा उतरने वाले वरिष्ठ नेता श्री नरेंद्र सिंह तोमर से एक बार फिर उम्मीद की गई है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि अपने इस नए दायित्व को निभाने में भी वे सर्वश्रेष्ठ ही साबित होंगे।
    हमने मध्यप्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य और भाजपा नेताओं के परिश्रम को बीते वक्त में करीब से देखा है। 1970 के दशक में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में एक युवा नेता अपने राजनीतिक कौशल और विचार शक्ति के कारण चर्चा में आया जो धीरे-धीरे अपने इन्हीं गुणों के कारण देश की राजनीति में पहचान बनाने में सफल हुआ। 12जून 1957 को पोरसा में जन्में इस युवक यानी श्री नरेंद्र सिंह तोमर के कौशल को जान-समझ कर ही भाजपा ने 1977 में युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष बना दिया था। तब से आरंभ हुई राजनीति की यह यात्रा विभिन्न पड़ावों से होते हुए मप्र विधानसभा के अध्यसक्ष पद पर आरूढ़ होने तक आ पहुंची है। इस दौरान श्री नरेंद्र सिंह तोमर के कार्य के विस्तार ने सत्ताक और संगठन दोनों फलक पर शीर्षक छुआ है। संगठन और सत्ता जहां-जहां उलझनों से दो-चार हुआ वहां-वहां नरेंद्र सिंह तोमर की उपस्थिति आवश्याक अनुभव की गई। संगठन में जहां मंडल अध्यक्ष, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, राष्ट्रीय महामंत्री जैसे दायित्वों को निभाया वहीं गुजरात चुनाव के सहप्रभारी, असम और हरियाणा चुनाव के प्रभारी के रूप में सत्ता के सूत्रधार की भूमिका को बखूबी संभाला है। और बात चुनाव की हो तो उन्होंने ग्वालियर नगर निगम के पार्षद से लेकर विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी प्रति‍निधित्वन किया। मध्य प्रदेश संगठन को जब उनके कुशल नेतृत्वा की आवश्यकता हुई तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया और दोनों बार उनके कौशल का परिणाम था कि पार्टी सत्ता में पहुंची। जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनी तो मध्यप्रदेश से जिस व्यक्ति के कैबिनेट में शामिल होने का विश्वास था वह नेता श्री तोमर ही थे।
    2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने भविष्य का भारत गढ़ने के लिए जिस टीम का गठन किया उसमें श्री नरेंद्र सिंह तोमर कर्मनिष्ठ सदस्य के रूप में शामिल किए गए। तब से लेकर अब तक पीएम श्री मोदी के शासनकाल में श्री तोमर का कद ऊंचा और कार्य विस्तागरित हुआ है। वे इस्पात व खनन मंत्री बनाए गए थे लेकिन मोदी सरकार के पहले पांच साल पूरा होते-होतेउनके पास कई अहम्ा विभाग अतिरिक्त दायित्व के रूप में जुड़ते गए। ग्रामीण विकास,पंचायतीराज, पेयजल और स्वच्छता मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंोनेजो कार्य किया है, वह नजीर बन कर उभरा है।
    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में वे कृषिमंत्री बनाए गए। कृषि प्रधान कहे जाने वाले देश में कृषि मंत्री का दायित्व् कितना महत्पूरर्ण है यह समझा जा सकता है। मंत्री रहते हुए श्री तोमर कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने के संकल्पप को पूरा करने में जुटे रहे। उन्होंने हर संभव प्रयत्न किया है कि हर तरह की आपदा से होने वाले किसानों के नुकसान को किसी तरह से न्यू‍नतम किया जा सके। 2019 में पीएम-किसान जैसी आय सहायता योजना की शुरुआत मील का पत्थर साबित हुई है जिसके तहत किसानों को 3 समान किस्तों में प्रति वर्ष 6000 रुपए प्रदान किए जाते हैं। योजना के तहत 11 करोड़ से अधिक किसानों को 2.60 लाख करोड़ रुपए से अधिक जारी किए जा चुके हैं। साथ ही समर्थन मूल्यों में वृद्धि कर किसानों की आय बढ़ाना सुनिश्चित किया गया है। श्री तोमर की पहल पर ही धान का एमएसपी को 2013-14 की 1310 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ा कर वर्ष 2023-24 में 2183 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। गेहूं की एमएसपी 2013-14 की 1400 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2023-24 में 2,275 रुपए प्रति क्विंटल किया गया।
    श्री तोमर के नेतृत्व में केवल कृषि का बजट ही नहीं बढ़ा बल्कि खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड दर्ज हुआ। देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 2013-14 में 265.05 मिलियन टन था जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 330.53 मिलियन टन हो गया है। यह अब तक का सबसे अधिक खाद्यान्न उत्पादन है। बागवानी उत्पादन भी 350.87 मिलियन टन था जो भारतीय बागवानी क्षेत्र का अब तक का सबसे अधिक है। श्री तोमर के कृषि मंत्री के कार्यकाल में ही देश में कृषि और संबद्ध वस्तुओं के निर्यात में जोरदार वृद्धि हुई। कृषि और संबद्ध निर्यात 2021-22 में 50.24 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2022-23 में 53.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है, यानी 5.79% की वृद्धि हुई हैं। शांत और सुलझे हुए नेता श्री नरेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्वय में कृषि विभाग स्वर्णिम उपलब्धियां दर्ज कर रहा था तभी पार्टी नेतृत्व ने उन्हें प्रदेश की राजनीति में भेजा और दिमनी क्षेत्र से जनता ने भरपूर प्यार देकर उन्हें विधायक बना कर सदन में भेजा है।
    श्री तोमर के व्यक्तित्व को देखते हुए पार्टी ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का दायित्वध सौंपा है। जिस तरह पार्टी अध्यक्ष तथा केंद्रीय मंत्री रहते हुए श्री तोमर ने विभिन्न मसलों को जिस कुशलता से सुलझाया है तथा समन्वयकारी नेतृत्वह का परिचय दिया है, हमें उम्मीद है कि श्री तोमर का वह रूप हमें सदन में दिखाई देगा। हमें पूरा विश्वा‍स है कि पार्टी ने जिस उम्मीद और भरोसे के साथ श्री तोमर को नई जवाबदेही सौंपी हैं, वे उस विश्वास पर हर बार की तरह खरे उतरेंगे। सत्ता पक्ष उनके सानिध्य में मध्यप्रदेश की विकास यात्रा का शीर्ष पाने के निर्णय लेगा तो विपक्ष को उनका सरंक्षण मिलेगा और लोकतंत्र का मंदिर विधानसभा अपने संचालन में सर्वश्रेष्ठ रूप पाएगी। उनकी गंभीरता सदन की गरिमा के अनुरूप कार्य संचालन संभव कर पाएगी। जनता, कार्यकर्ता और पार्टी के विश्वास को सदैव पूर्ण करने वाले यशस्वी नेता श्री नरेंद्र सिंह तोमर को नई भूमिका के लिए बधाई और शुभकामनाएं।

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